प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल लगातार तीसरी बार जिला में श्रेष्ठतम गया आंका

Spread with love

शिमला, 27 जून, 2020। एक आलीशान भवन के पास से गुजरते हुए बोर्ड पर नजर पड़ी और अनायास ही मुंह से निकला ये! प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है क्या ? एक नजर में यह इमारत किसी आलीशान फ्लैट की इमारत से कम नहीं लग रही थी। मन हुआ अंदर जाकर जायजा लिया जाए और जैसा सोचा था वैसा ही पाया। तभी खबर मिली की कल ही इस स्वास्थ्य केन्द्र को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की कायाकल्प योजना के अंतर्गत तीसरी बार श्रेष्ठतम आंका गया है।

भवन व अन्य संरचनाओं का निर्माण करना चाहे सरकार का दायित्व हो किंतु उसका रख-रखाव व सहजता के प्रति जो जिम्मेदारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात कर्मचारियों ने निभाई है वो अति विशिष्ठ है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सक अधिकारी डाॅ. मधु मैतान ने बताया कि इस केन्द्र में एक दिन की ओपीडी 100 अथवा 100 से अधिक आंकी गई है। इसके अतिरिक्त रोगी के ड्रैसिंग, स्टीचिज तथा छोटे आॅपरेशन का काम भी इसमें नियमित तौर पर किया जाता है।

गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को किया जाता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में तबदील कर दिया गया है। स्वास्थ्य केन्द्र के तहत सभी प्रकार के लैब टैस्ट जिसमें खून, पेशाब व अन्य जांच की जाती है।

हर वीरवार व शनिवार को आंख की पूर्ण जांच के अतिरिक्त नियमित तौर पर ईसीजी जांच भी की जाती है। प्रत्येक मंगलवार को लैबोटरी टैस्ट की सुविधा उपलब्ध रहती है। महिला व पुरूषों के लिए 5 बिस्तर के अलग-अलग वार्ड की सुविधा उपलब्ध है।

कचरा प्रबंधन के लिए अलग-अलग कूड़ेदानों का प्रयोग करते हुए इसे केन्द्र के अंदर ही छांटा जाता है। प्लास्टिक के दस्ताने अथवा इंजैक्शन का प्लास्टिक का भाग लाल, सुईयां सफेद, कांच नीले व पट्यिां आदि पीले कचरे के डब्बे में डाल कर जैव कचरा प्रबंधन के प्रति जिम्मेदारी का निर्वहन किया जाता है।

विशेष बात जो इस प्राथमिक केन्द्र की है इसमें उच्च रक्त चाप, मधुमेह तथा अन्य मरीजों की जांच की जाती है तथा उनके आंकड़े आॅनलाईन रखने के साथ-साथ मरीजों को टेली परामर्श की सुविधा भी दी जाती हैे।

स्वास्थ्य केन्द्र में बैठ कर इंदिरा गांधी आयुर्वेद विज्ञान के चिकित्सा विशेषज्ञ से रोगी के रोग के बारे में चर्चा व परामर्श भी किया जा सकता है।

सामुदायिक सहभागिता के तहत स्थानीय लोगों द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र को समय-समय पर विभिन्न चीजें दान की जाती है, जिसके तहत व्हील चेयर, रेफ्रीजरेटर, टीवी आदि लोगों द्वारा केन्द्र को दान दी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय शिमला की कन्स्लटेंट क्वालिटी एशोरेंस डाॅ अकांक्षा सूद ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा कायाकल्प योजना के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को लगातार तीसरी बार श्रेष्ठतम आंकते हुए जिला में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है।

कायाकल्प योजना के तहत स्वास्थ्य केन्द्रों की स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, साफ-सफाई को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य संस्थाओं की गुणवत्ता व स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ाने के लिए तय मानकों के अनुरूप सेवाएं प्रदान करने जैसे बिंदुओं को आंकते हुए यह पुरस्कार दिया जाता है।

इस पुरस्कार के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अनाडेल को प्रथम श्रेणी में 2 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गिलताड़ी, रामपुर, नालदेहरा, मांडल तथा संजौली सहित छः अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पुरस्कृत किया गया है, जिन्हें 50 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी।

जिला में कुल 120 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के तहत विभिन्न मानकों के स्तर पर चार मूल्यांकन दौर के अंतर्गत सघन प्रक्रिया में यह जांच व निरीक्षण करने के उपरांत श्रेष्ठ कार्य करने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को पुरस्कृत किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: