पत्रकारों को निकालने वाले संस्थानों को न मिले सरकारी विज्ञापन, एनयूजे (इंडिया) की बैठक में उठा मुद्दा

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शिमला। नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस इंडिया (एनयूजे ) की हिमाचल प्रदेश की मासिक बैठक प्रांतीय बैठक संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रणेश राणा की अध्यक्षता में हुई। इस वैब मीटिंग में प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ साथ विभिन्न जिलों से वरिष्ठ सदस्यों ने भाग लिया। सर्वप्रथम सभी सदस्यों ने प्रदेश के मूल संगठन एचपीयूजे के 20 साल बाद पंजीकरण होने पर खुशी जाहिर की। अब इस कारण से प्रदेश के बहुत से सदस्यों ने संगठन से जुडने की इच्छा जाहिर की है।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जोगिंद्र देव आर्य ने बताया कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में कांगडा के नगरोटा बगवां में इकाई का गठन सर्वसम्मति से कर दिया जाएगा जिसके लिए सदस्यता फार्म वहां पहुंचा दिए गए हैं। कुल्लू में दूसरे चरण में सदस्यता अभियान का शुभारंभ देवेंद्र ठाकुर के नेतृत्व में चलेगा। रामपुर बुशैहर (शिमला) में संगठन की इकाई खडी करने पर पर महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष सीमा शर्मा व जगमोहन शर्मा के प्रयासों की सराहना की गई, वहीं हमीरपुर में इकाई बनाने पर जे डी आर्य को बधाई दी गई।

वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन शर्मा ने कहा कि देश के साथ साथ हिमाचल में भी बहुत से पत्रकारों की नौकरियां गई है। इसलिए प्रदेश सरकार इस पर तुरंत संज्ञान ले और ऐसे अखबारों को विज्ञापन देना बंद करे जिन्होने कोविड में पत्रकारों नौकरी से निकाला है।

शीघ्र जारी होंगे आईडी कार्ड

प्रदेश महासचिव रुप किशोर ने कहा कि जिन सदस्यों की सालाना फीस आ गई है और फार्म राज्य मुख्यालय तक पहुंच गए हैं, उनको शीघ्र ही आईडी कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। इसके अलावा केंद्रीय इकाई की जो भी देनदारी होगी उसको इसी सप्ताह दे दिया जाएगा। उन्होने कहा कि जल्द ही संगठन की वैबसाईट बना दी जाएगी।

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