हमीरपुर, 10 जून, 2020। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कोविड-19 के दौरान हिमाचल के टूरिज्म पर पड़ी मार पर चिंता जताते हुए कहा है कि इस महामारी के कारण टूरिज्म से जुड़े हजारों लोगों के पुन: रोजगार पर सरकार क्या विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन के कारण टूरिज्म सेक्टर तबाह हो गया है जबकि धार्मिक व रमणीय स्थलों के लिए विश्व के मानचित्र में अपनी अमिट छाप छोडऩे वाले हिमाचल की अलग ही छवि है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 3350 होटल तथा 1656 होम स्टे पंजीकृत हैं। इसी तरह 2912 ट्रैवल एजेंसी, 222 एडवेंचर यूनिट के अलावा 899 फोटोग्राफर, 1314 गाइड, 26,880 टैक्सी तथा 14,813 मैक्सी कैब इस व्यवसाय से जुड़े हैं।
हजारों-लाखों परिवारों की टूरिज्म से ही रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। इनका व्यवसाय चकनाचूर हो चुका है लेकिन सरकार ने अब तक इनके बारे में कोई कारगर कदम नहीं उठाया है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि सरकार को इसके ऊपर जबाव देना होगा, क्योंकि यही वो लोग हैं जिनके ऊपर हिमाचल की आर्थिकी भी टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार में प्रदेश की आर्थिक स्थिति पहले ही डांवाडोल हुई है और अब पर्यटन पर चले भारी संकट से प्रदेश की रीढ़ टूट गई है।
वैश्विक महामारी में भी भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित कर रही सरकार को अब बताना होगा कि टूरिज्म में खत्म हुए रोजगार पर सरकार क्या कदम उठा रही है। किस तरह से इस दिशा में आगे बढ़ रही है।