शिमला। ज्वाॅइंट टैक्सी यूनियन वेलफेयर कमेटी शिमला के सदस्यों द्वारा शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज से भेंट कर कोरोना संक्रमण काल में प्रभावित टैक्सी व्यवसाय के प्रति रियायत की मांग की तथा समस्याओं से अवगत करवाया।
शिक्षा मंत्री ने यूनियन के सदस्यों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का सहानुभूतिपूर्वक विचार कर सकारात्मक हल निकालने के लिए जल्द ही प्रयास किए जाएंगे। इस संबंध में जो भी बेहतर विकल्प होगा, उसके प्रति निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संकटकाल की इस घड़ी में समाज के प्रत्येक वर्ग को इस मुसीबत से निकालने के लिए प्रदेश सरकार वचनबद्ध है। इसके लिए परस्पर संवाद कायम कर जल्द ही प्राइवेट टैक्सी आॅपरेटर के कार्य को सुविधा प्रदान की जाएगी।
सदस्यों ने आग्रह किया कि कोविड-19 के कारण इस व्यवसाय के लोगों को उभारने के लिए टोकन एवं पैसेन्जर टैक्स माफ करने तथा एक वर्ष की इंश्योरेंस बढ़ाने तथा सरकारी विभागों में टैक्सी गाड़ियों की सेवाएं सीधे तौर पर आॅपरेटरों को देने की मांग की ताकि ठेकेदारों व दलाली के धंधों पर लगाम लग सके।
प्रदेश में ओला एवं उबर टैक्सी सेवाओं को बंद करने की भी मांग की ताकि प्रदेश के बेरोजगार टैक्सी आॅपरेटर अपनी रोजी रोटी कमा सकें। कमेटी के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने कहा कि टैक्सी आॅपरेटरों द्वारा बैंक से कर्ज लेकर गाड़ियां ली गयी हैं।
आर्थिक मंदी व काम न होने के कारण परिवार का पालन-पोषण व बैंकों का कर्ज देना मुश्किल है। उन्होंने सरकार से, सम्भव हो तो, टैक्सी आॅपरेटरों को आर्थिक पैकेज देने की मांग की।