सोलन। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डाॅ राजीव सैजल ने कहा कि 700 करोड़ रुपए की एकीकृत विकास परियोजना प्रदेश में वन आवरण में वृद्धि कर भूजल को रिचार्ज करने में अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।
डाॅ सैजल कसौली विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत धर्मपुर में वन विभाग की एकीकृत विकास परियोजना के सहायक परियोजना अधिकारी कार्यालय का शुभारम्भ करने के उपरांत उपस्थित अधिकारियों एवं अन्य से विचार-विमर्श कर रहे थे।
डाॅ सैजल ने कहा कि विश्व बैंक द्वारा पोषित एकीकृत विकास परियोजना को वर्ष 2020 से 2025 तक कार्यान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रदेश के किन्नौर एवं लाहौल-स्पीति जिलों को छोड़कर अन्य 10 जिलों में कार्यान्वित की जाएगी।
सोलन जिला में यह परियोजना 42 ग्राम पंचायतों में कार्यान्वित की जाएगी। यह 42 ग्राम पंचायतें जिला के विकास खण्ड सोलन, कण्डाघाट, धर्मपुर तथा नालागढ़ में स्थित हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि वन विभाग की एकीकृत विकास परियोजना के अन्तर्गत परियोजना अवधि में सोलन जिला की 42 ग्राम पंचायतों में लगभग 42 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि परियोजना के अन्तर्गत चयनित ग्राम पंचायतों में पौधरोपण किया जाएगा तथा स्थापित वनों को घना करने के लिए अधिक वृक्ष लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत चिन्हित क्षेत्रों में नदी-नालों के दोनों तरफ ब्यून्स तथा बांस के पौधे रोपित किए जाएंगे। वनों को सघन करने के लिए आंवला, रीठा, कचनार, दाड़ू, जामुन तथा बेहड़ा इत्यादि के पौधे रोपित किए जाएंगे।
सहकारिता मंत्री ने इस अवसर पर आंवले का पौधा भी रोपित किया।