हमीरपुर। राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि बेशक कोविड-19 महामारी के दौर में सरकार को बजट की सख्त जरूरत है, लेकिन कोविड-19 के मोर्चे पर जूझ रहे पुलिस कर्मियों, मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ का एक दिन का वेतन काटना इस वक्त कतई तर्कसंगत नहीं है।
राणा ने कहा कि उन्हें कुछ पुलिस कर्मियों व मेडिकल स्टाफ ने उन्हें जानकारी दी है कि सरकार ने कोविड-19 मोर्चे पर एक्टिव इस वर्ग का एक दिन का वेतन काटा है।
कटौती की इस कटार के नीचे प्रदेश भर के अधिकारी व कर्मचारियों को भी रखा गया है।
राणा ने कहा कि महामारी की भयवयता से इन्कार नहीं है लेकिन प्रदेश में अभी तक कुल 40 कोरोना मरीज घोषित हुए हैं जिनमें से अब 7-8 मरीज ही पॉजीटिव बचे हैं, लेकिन सरकार ने कोरोना को लेकर बड़ी फाइनेंशियल एमरजेंसी की तरह काम करना शुरू कर दिया है।
ऐसे में अब कोविड-19 के बजट व खर्चे की पारदर्शिता पर सवाल उठना लाजमी है।