अगले डेढ़ वर्ष में प्रदेश की सभी सड़कें बेसहारा पशु मुक्त होंगीः वीरेंद्र कंवर

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ऊना। हिमाचल प्रदेश के 8.5 लाख किसानों को सम्मान निधि की छठी किश्त जारी कर दी गई है। यह बात ग्रामीण विकास, पंचायती राज, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के थाना खास में कही।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों की छोटी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए यह केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि की शुरूआत की गई है, जिसके तहत किसान को प्रति वर्ष 6000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करती है।

उन्होंने कहा कि देश भर के 8.5 करोड़ किसानों को छठी किश्त जारी कर दी गई है तथा कुल 17 हजार करोड़ रुपए किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए हैं।

कंवर ने कृषि विभाग का दायित्व उन्हें सौंपने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर तथा भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद किया और कहा कि वह इस जिम्मेदारी को कुशलतापूर्वक निभाएंगे। ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के दौर में उन्होंने अपने विभागों के माध्यम से लोगों की सहायता का हरसंभव प्रयास किया।

स्वयं सहायता समूहों ने मास्क व सैनिटाइजर बनाए जो कोरोना के संक्रमण को रोकने में कारगर सिद्ध हुए। मनरेगा के माध्यम से जहां पूरे प्रदेश में 21 अप्रैल से लेकर अब तक 222 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, वहीं सिर्फ बंगाणा विकास खंड में 10.50 करोड़ व्यय हुए। अपना काम धंधा छोड़कर वापस आए लोगों को मनरेगा के नए जॉब कार्ड प्रदान किए गए।

संकट को अवसर में बदला

कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कोरोना संकट को अवसर में बदला। देश में पीपीई किट्स, वैंटिलेटर तथा मास्क बनाने के कार्य शुरू हुआ है और भारत ने अपना निर्यात भी बढ़ाया।

जन धन खातों में तीन माह तक 500 रुपए की धनराशि जमा करवाई गई। गरीब कल्याण योजना तथा आत्मनिर्भर भारत जैसे पैकेज से लोगों की मुश्किलों को कम करने का प्रयास किया है। उज्ज्वला योजना के तहत तीन एलपीजी सिलेंडर निशुल्क प्रदान किए गए।

डेढ़ वर्ष में सड़कें होंगी बेसहारा पशु मुक्त

ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में 7 गौ अभ्यारण्य स्थापित कर रही है, जहां पर बेसहारा गौवंश को सहारा प्रदान किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने अगले डेढ़ वर्ष में राज्य की सड़कों को बेसहारा पशु मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। साथ ही गौशाला संचालकों को सहायता राशि के रूप में 500 प्रति माह प्रति गाय देने की योजना भी शुरू की है।

जय राम स्वास्थ्य योजनाओं वाले सीएम

पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि जहां शांता कुमार को पानी वाले मुख्यमंत्री, प्रेम कुमार धूमल को सड़कों वाले मुख्यमंत्री के रूप में याद किया जाता है, वहीं जय राम ठाकुर ने स्वास्थ्य योजनाओं वाले सीएम के रूप में पहचान बनाई है। हिमकेयर योजना के माध्यम से पांच लाख रुपए तक के इलाज का खर्च सरकार वहन करती हैं।

यही नहीं सहारा योजना के तहत गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को सालाना 24,000 रुपए की राशि प्रदान की जा रही है।

सत्ती ने कहा कि कोरोना संकट में जापान के बाद विश्व भर में भारत ने सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रदान किया। उनके सक्षम नेतृत्व में कोरोना जैसी नई तरह की चुनौती से निपटने में मदद मिली।

उन्होंने कहा कि महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है तथा इस नई तरह की बीमारी से निपटने के लिए हमें तरीके अपनाने पड़ रहे हैं। केवल सतर्क रहकर तथा जागरूक होकर कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है।

कार्यक्रम के दौरान कोरोना संकट में बेहतर कार्य करने के लिए 10 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रेरणा स्रोत सम्मान प्रदान किया गया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि उनकी भूमिका कोरोना संकट में महत्वपूर्ण रही है और जिला की अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व अन्य कोरोना योद्धाओं को आगे भी प्रेरणा स्रोत सम्मान के साथ सम्मानित किया जाएगा।

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