शिमला। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रदेश में गैंग वॉर का एक भयानक वातावरण खड़ा हो गया है जिसकी वजह से हिमाचल की जनता भयभीत है।
हिमाचल की कानून व्यवस्था पूरी तरह अनियंत्रित एवं ध्वस्तहो चुकी है। जिला बिलासपुर में जिस प्रकार से गोलियां चली, यह दुर्भाग्यपूर्ण है और इस घटना को लेकर सभी चिंतित है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि है और देवभूमि में इस तरह के प्रचलन कि हम निंदा करते हैं। आज से पूर्व प्रदेश में कॉन्ट्रैक्ट शूटर की वारदात सुनने को नहीं मिलती थी पर अब यह लगातार देखने को मिल रही है, इससे हिमाचल की जनता पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में तरह-तरह के माफिया सक्रिय है और अंत में गैंग वॉर के माध्यम से इस प्रकार की घटनाओं को बल मिल रहा है। सवाल तो सरकार पर यह खड़ा होता है कि अगर सरकार के नेता स्वयं ही सुरक्षित नहीं है तो हिमाचल प्रदेश में कौन सुरक्षित है ?
प्रदेश में सरकारी अधिकारी लापता है, पुलिस कर्मियों पर गोली चलाई जाती है, सरकारी अधिकारियों से मार पीट की जाती है, सरकारी आवास पर गोलियां बरसाई जाती है, चलती गाड़ियों पर भी गोलियां चलाई जाती है, ट्रैकों को रोक कर बंदूक की नोक पर धमकाया जाता है। अगर हम इस प्रकार की घटनाओं को गिनते रहेंगे तो यह खत्म नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को गोली लगी, उसके बावजूद वह राजनीति से प्रेरित टिप्पणियां कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने इस मामले को लेकर एसआईटी का गठन कर लिया और इंक्वारी भी चल रही है।
पर जिस प्रकार से घायल कांग्रेस के नेता व्यक्तिगत टिप्पणियां कर रहे हैं वह अशोभनीय है। गोली चलाने वाला व्यक्ति तो कमरे में कैद हो गया है उसको देखकर तो उसकी पहचान की जा सकती है। पर पहचान करने के बजाय कांग्रेस नेता और उनके बेटा सीधा आरोप लगाने का प्रयास कर रहे हैं जो की राजनीति से प्रेरित है।
हिमाचल में तो वैसे भी कांग्रेस पार्टी के नेता झूठ बोलने के लिए जाने जाते हैं और अगर कांग्रेस के घायल नेता झूठ बोल रहे हैं तो वह भी जनता को पता है।
उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी के नेताओं से निवेदन करते हैं कि किसी भी व्यक्ति पर व्यक्तिगत झूठे आरोप ना लगाएं, क्योंकि किसी भी व्यक्ति पर आप झूठे आरोप लगाकर उसकी छवि बिगाड़ नहीं सकते अपितु आपकी छवि बिगाड़ जरूर सकती है।