शिमला। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं हिमाचल काँग्रेस मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने हिमाचल बीजेपी महिला मोर्चा अध्यक्ष राशिम धर सूद के उनपर प्रदेश की महिलाओं और कर्मचारियो को 1500 रुपये प्रतिमाह और ओपीएस के मुद्दे पर बेवकूफ बनाने के आरोपो का करारा जवाब दिया।
अलका लांबा ने कहा कि उन्हें आज ही पता लगा कि भाजपा का महिला मोर्चा सक्रिय भी है। वर्ना पिछले पाँच साल महिलाओ से जुड़े किसी भी मुद्दे एवं समस्या पर आवाज उठाते हुए इन्हे किसी ने नही देखा।
आज अचानक चुनावी मौसम मे जब भाजपा की कलई खुल गई और जमीन खिसकने लगी तो अनर्गल आरोप लगाने के लिए राशिम धर सूद को उतार दिया गया।
महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रू देने का काँग्रेस का वादा सिर्फ वादा नही बल्कि गारंटी है। बेतहाशा महंगाई से जूझ रही हिमाचल की महिला को इस राशि से मदत मिलेगी। प्रियंका गांधी ने अपनी रैलियों मे इस बात को जोर देकर कहा है।
अच्छा होता अगर रश्मि धर सूद हिमाचल के महिलाओ के दुःख दर्द पर अपनी आवाज उठाती, महंगाई पर सरकार से लड़ती, गैस सिलिंडर के दाम कम करने को कहती और प्रदेश मे महिलाओ के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर जवाब देती।
ओपीएस पर रश्मि धर सूद ने कहा था, काँग्रेस अपने अन्य राज्यों में ओपीएस नहीं दे रही और अलका लांबा झूठ बोल रही है। अलका ने इसका करारा जवाब देते हुए कहा कि भाजपा झूठा प्रचार करने मे अव्वल है।
तथ्यों से इनका नाता ही नहीं है और ये अपने हिसाब से तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश करते हैं। ओपीएस राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड मे लागू किया जा चुका है। रश्मि को याद करना चाहिए कि उनके मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ओपीएस मांगनेवाले कर्मचारियो से दंभ भरी जुबान में कहा था जिसको ओपीएस चाहिए, चुनाव लड़े और ओपीएस ले।
उस वक्त तमाम भाजपा नेता और नेत्री चुप बैठे थे। क्या उस पर रश्मि धर सूद कुछ कहना चाहेंगी? आज ओपीएस का मुद्दा चुनाव मे उलटफेर करता हुआ दिख रहा है तो भाजपाई डरे हुए हैं और अनर्गल आरोपों पर उतर आये हैं।
अलका लांबा ने कहा कि काँग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल, सासंद व प्रभारी राजीव शुक्ला, महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कुशल मार्गदर्शन और नेतृत्व में काँग्रेस ने हिमाचल की जनता को जो जो गारंटी दी है उन सब का अक्षरशः पालन किया जायेगा।
कांग्रेस सरकार बनते ही पहली कैबिनेट मे ओपीएस लागू करने के निर्णय पर मुहर लगेगी। हिमाचल की माता बहनों को 1500 रू की मासिक सहायता बैंक खातों में मिलेगी।
भाजपा के नेताओं से आग्रह है कि अब वो जयराम ठाकुर सरकार की नाकामियों का खामियाजा भुगतने को तैयार रहें और विपक्ष मे बैठने की मानसिकता अभी से बना लें ताकि 8 दिसंबर को जोर का झटका थोड़ा धीरे से लगे।