शिमला। हिमाचल प्रदेश में विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत जिला चंबा, लाहौल स्पीति एवं किन्नौर के विभिन्न ग्राम पंचायतों में जागरुकता शिविरों का आयोजन किया गया।
इन शिविरों में लोगों को विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मुहैया करवाई गई ताकि लोगों को इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिल सके।
शिविर के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाआों की बारीकी से जानकारी प्रदान की गई।
जिला चंबा के ब्लॉक भरमौर की ग्राम पंचायत लामू में विकसित भारत संकल्प यात्रा” के संबंध में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आए लोगों को केंद्रीय सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई ।
हिमाचल प्रदेश के ज़िला किन्नौर के उप मंडल कल्पा के पांगी पंचायत में भी इस यात्रा के पहुंचने पर सरकारी अधिकारियों ने लोगों को केंद्र की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने बारे में बताया।
इसी प्रकार यात्रा ज़िला लाहौल स्पीति के स्पीति उपमंडल के दुर्गम इलाके में बसे किब्बर गाँव मे पहुंची | यह पर भी यात्रा द्वारा शिविर लगाकर लोगों को जागरूक किया गया।
ठंड के बावजूद लोग केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी लेने के लिये उत्साहित नजर आए। इस दौरान मुफ्त हेल्थ चेकअप शिविर भी लगाया गया | लोगों ने स्पीति के विकास के लिये धन उपलब्ध कराने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।
इन यात्राओं के दौरान लोगो को ड्रोन खेती-बाड़ी व सामान/ दवाइयां पहुंचाने में इसके उपयोग के बारे में भी बताया गया | जिला चंबा, लाहौल स्पीति एवं किन्नौर की विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित जागरुकता शिविर के दौरान लोगों ने भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने हेतु अपना योगदान देने की शपथ भी ग्रहण की।
राष्ट्रव्यापी “विकसित भारत संकल्प यात्रा” की शुरुआत 15 नवम्बर की गई। यह यात्रा हिमाचल के तीन जनजातीय बहुल ज़िलों- चम्बा, किन्नौर एवं लाहौल स्पीति में निकाली जा रही है। भारत विकास संकल्प यात्रा वाहन 15 दिनों में तीनों ज़िलों की 109 जनजातीय बहुल ग्राम पंचायतों से होकर गुज़रेगे। इस यात्रा का उद्देश्य उन लोगों तक पहुंचना है जो सरकारी योजनाओं से वंचित हैं ।
साथ ही यात्रा का उद्देश्य लोगों में स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, एलपीजी सिलेंडर, स्वच्छ पेयजल, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उचित पोषण, स्वास्थ्य योजना इत्यादि जैसी कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाना और इनका लाभ वंचितों को प्रदान करवाना है।
इस अभियान में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में नामांकन; छात्रवृत्ति योजनाएं; वन अधिकार स्वामित्व: व्यक्तिगतऔर सामुदायिक भूमि; वनधन विकास केन्द्र: स्वयं सहायता समूहों को संगठित करने जैसी जनजातीय क्षेत्रों की विशिष्ट चिंताओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।