मंडी। लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार को तीन दिवसीय सराज टेलेन्ट एवं टूरिज्म फैस्टिवल चौलूथाच (जंजैहली) का शुभारम्भ किया।
उन्होंने जिला स्तरीय नलबाड़ मेला लम्बाथाच का समापन किया और जंजैहली के क्लब महेंद्रा होटल में स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण विभाग द्वारा एचडीएफसी बैंक और क्लब महेंद्रा के आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप का शुभारंभ किया।
उन्होंने सराज टेलेन्ट एवं टूरिज्म फैस्टिवल चौलूथाच (जंजैहली) का शुभारम्भ करते हुए कहा कि सराज विधानसभा में पयर्टन को बढ़ावा देने के लिए अलग पॉलिसी का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने इस मेले के सफल आयोजन के लिए 51 हजार रुपये देने की घोषणा की।
इस फैस्टिवल का आयोजन विधानसभा में पर्यटन को मजबूत करने के लिए सिविक सैंस सोसायटी द्वारा किया जा रहा है। फैस्टिवल में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ सराज विधानसभा के टेलेंट को उभारने का प्रयास होगा।
इस उत्सव का आयोजन वर्ष 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने शुरू किया था परन्तु कोरोना और अन्य कारणों से पिछले कुछ सालों से इसका आयोजन नहीं हो रहा था। अब इसे पुनः शुरू किया गया है।
लोक निर्माण मंत्री ने मेले के शुभारभ्म अवसर पर कहा कि सनारली से शंकरदेहरा रायगढ़ सड़क का निर्माण 13 करोड रुपये की लागत से चल रहा है। बरसात के बाद इस सड़क की मेटलिंग और टायरिंग का कार्य शुरू कर दिया जाएगा और अगले वर्ष जून माह तक इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
इसके साथ ही 10 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही बगस्याड-राही धार-कथयाली-धनवाड-शिकारी माता मन्दिर सड़क और 13 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही पटीकरी-बाड़ा-शील-कशमीलीधार सड़क का निर्माण भी अगले वर्ष जून माह में पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 71 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे संयुक्त कार्यालय भवन जंजैहली, ग्रामीण आजीविका केन्द्र बजेही, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र थूनाग और गड़ागुशैणी का निर्माण भी जून, 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्याें पर समय पर निपटाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिना गिफट डीड के बनाई गई सड़कों के भूमि मालिकों द्वारा मुआवजे के कोर्ट जाने पर सरकार पर बोझ पड़ रहा है। इस कारण से अब यह निर्णय लिया गया है कि जब तक सड़क के लिए भूमि विभाग के नाम नहीं होगी तब तक सड़क का निर्माण नहीं किया जाएगा।
उन्होंने सराज के लोगों से पर्यटन के विकास के लिए प्रकृति को नुकसान पहुंचाए बिना परम्परागत वास्तुकला के आधार पर ही भवनों का निर्माण करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पर्यटक यहां की खूबसूरती देखने आते हैं इसलिए यहां की प्राकृतिक खूबसूरती बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि पर्यटक के विकास से यहां के लोगों को स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव चेत राम ठाकुर ने बताया कि सराज को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने की शुरूआत हो चुकी है। इस वर्ष डेढ लाख लोग शिकारी मन्दिर में दर्शन करने के लिए आए। इससे इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिला है।
उन्होेंने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि वह कानून का पालन करें और यहां आने वाले पर्यटक का शानदार आतिथ्य सतकार करें ताकि यहां आने वाले पर्यटक सराज की सुनहरी यादें लेकर जाए। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने इस क्षेत्र को सड़कों से जोड़ा है। इस विधानसभा में 3 महाविद्यालयों खोले।
उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पुनः शुरू किए गए इस महोत्सव को सिराज के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी आयोजित किया जाएगा ताकि पर्यटन की दृष्टि से अनछुए क्षेत्रों को भी पर्यटन मानचित्र पर उभारा जा सके।