शिमला। शिमला खंड दो की चौथी वार्षिक अंडर-19 खंड स्तरीय तीन दिवसीय खेल कूद प्रतियोगिता का शुभारंभ रविवार को राजकीय उच्च पाठशाला मूलबरी (देवनगर) में किया गया। इस मौके पर लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद तीन दिवसीय खेल कूद प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे 15 स्कूलों के खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि विद्यार्थियों को खेलों को प्रोफेशन के तौर लेना चाहिए। इसके लिए बचपन से ही खेलों के प्रति बच्चों का जागरूक करें और उन्हें खेल गतिविधियों में शामिल करने का प्रयास करें।
खेलों से टीम भावना विकसित होती है। उन्होंने खिलाड़ियों से आह्वान किया कि खेलों में अपने साथी खिलाड़ी की चिंता पहले करनी होती है। इसी तरह समाज में दूसरे व्यक्ति की मदद करने के लिए प्रयास करना जरूरी होता है, तभी प्रदेश-देश के विकास में सामूहिकता की भावना विकसित होगी।
उन्होंने कहा कि आज युवा पीढ़ी नशे की आगोश में जा रही है। ऐसे में खेलों के साथ जुड़े युवा नशे से दूर रहते हैं। खेल जीवन में अनुशासन सिखाता है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को खेल भावना के प्रति जागरूक किया।
कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। मुख्य अतिथि ने 21 हजार रुपए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली छात्राओं को देने और खो-खो मैट उपलब्ध करवाने की घोषणा की।
यह स्कूल ले रहे हिस्सा
राजकीय उच्च विद्यालय बनुटी देवी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बायचढ़ी, एसबीएसएम पब्लिक स्कूल घणाहट्टी, राजकीय माध्यमिक पाठशाला घणाहट्टी, राजकीय माध्यमिक स्कूल हलोग धामी, राजकीय माध्यमिक पाठशाला खलग, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोटगेहा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय क्याना, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोह गांव, राजकीय उच्च विद्यालय नेहरा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामपुरी क्योंथल, राजकीय माध्यमिक विद्यालय शकराह, राजकीय उच्च विद्यालय मूलबरी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाहल और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ओखरू के टीमें हिस्सा ले रही हैं। तीन दिवसीय खेल कूद प्रतियोगिता में खो-खो, कबड्डी, वॉलीबाल, बैडमिंटन और जूडो आदि खेलें करवाई जाएंगी।
मूलबरी पंचायत को 5 लाख देने की घोषणा
इस दौरान उन्होंने कहा कि मूलबरी पंचायत में पिछले एक वर्ष में 18 लाख रुपए विभिन्न विकास कार्यों के लिए खर्च हो चुके है। उन्होंने पांच लाख रुपए पंचायत में विकास कार्यों के लिए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा स्थानीय स्कूल के भवन का एफसीए का केस बनाकर तुरंत भेजा जाएगा ताकि जमीन स्कूल के नाम हो सके।
उन्होंने कहा कि झगेड़ी, रूपनाला से घनाहट्टी तक सड़क के अपग्रेडेशन के लिए मुख्यमंत्री सड़क योजना के माध्यम से 15 लाख रुपए का प्रावधान कर दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, झगेडी सड़क निर्माण कार्य प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत डाला गया है और यह सड़क लगभग 7 करोड़ रुपए की लागत से बन रही है जिसका कार्य अगले साल जुलाई तक पूर्ण होगा।
इसके अलावा, क्षेत्र की अन्य सड़कों के अपग्रेडेशन के लिए एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दे दिए गए है।
भांग की खेती वैध करने की दिशा में सरकार प्रयासरत
कार्यक्रम में अपने वक्तव्य के दौरान विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार आत्मनिर्भर हिमाचल की दिशा में आय के संसाधनों को विकसित कर रही है। इसी कड़ी में कई अहम फैसले लिए जा रहे है। प्रदेश सरकार भांग की खेती को वैध करने की दिशा में कदम उठा रही है।
आने वाले कुछ समय में प्रदेश सरकार इस बारे बिल लाने के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि भांग का इस्तेमाल दवाइयों में होता है। इसके अलावा, कपड़ा बनाने के साथ भांग से अन्य कई उत्पाद तैयार किए जाते है।
उन्होंने कहा पिछले कई सालों से हिमाचल पर कर्ज बढ़ा है जबकि नए आय के साधन विकसित नहीं हो पाए हैं। हमारी सरकार अपनी आय के संसाधन के नए विकल्प तलाश रही है। इसी दिशा में प्रदेश सरकार की खनन नीति में संशोधन करने के लिए भी प्रयासरत है।
विकास कार्यों को लटकाने वालों के खिलाफ होगी करवाई
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विकास कार्यों को अधिकारी, पंचायत प्रधान बिना वजह से लटकाते है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके है। हाल ही में टूट खंड विकास की बैठक में देखने को मिला कि विकास कार्यों का करीब 16 करोड़ रुपए का बजट लटका हुआ था।
उन्होंने अधिकारियों और पंचायत प्रधान को सख्त निर्देश दिए कि अगर बेवजह बजट को लटकाया जा रहा है तो ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अगर लापरवाह अधिकारियों, कर्मचारियों को टर्मिनेट भी करना पड़ा तो प्रदेश सरकार वो कदम भी उठाएगी लेकिन जनता के कार्यों को रुकने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य प्रदेश का सर्वांगीण करना है।