शिमला। अपने मतदाताओं की अपेक्षा पर खरे उतरने की जिम्मेदारी विधायकों के कंधे पर रहती है। सदन में कम समय लेकर ज्यादा और प्रभावी बातें करने के गुण विधायकों में बेहद जरूरी होते हैं।
साथ ही विधायकों के सामने सदन की कार्यवाही के दौरान अपने अधिकारों और कर्तव्यों के निर्वहन के पालन की भी चुनौती होती है।
इसे लेकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में दो दिन का ट्रेनिंग सेशन रखा गया है। इस ट्रेनिंग सेशन में पहली बार जीतकर विधानसभा पहुंचे विधायक प्रशिक्षण लेंगे। विधानसभा में दिल्ली की पीआरएस संस्था पहली बार जीते विधायकों को ट्रेनिंग देगी।
इस ट्रेनिंग सेशन में कांग्रेस के 14 विधायक, बीजेपी के 8 विधायक, एक निर्दलीय विधायक शामिल होंगे।
यह पहली बार है, जब हिमाचल प्रदेश विधानसभा में इस तरह की ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले यह ट्रेनिंग लोकसभा में होती रही है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि इस प्रशिक्षण शिविर से पहली बार जीत कर आए विधायकों को खासा फायदा मिलेगा। विधायक इस ट्रेनिंग सेशन में अपनी शंकाओं को दूर कर सकेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान कम समय में अपनी बात को प्रभावी ढंग से रखने की कला विधायकों में होना बेहद जरूरी होती है।
साथ ही विधायक इस ट्रेनिंग सेक्शन में अपने कर्तव्यों के साथ विशेषाधिकारों के बारे में भी जानकारी ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि दो दिन तक चलने वाले इस ट्रेनिंग सेशन में विधायकों को महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।
इस ट्रेनिंग सेशन में पच्छाद से विधायक रीना कश्यप, फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया, अर्की से संजय अवस्थी, नाहन से अजय सोलंकी, गगरेट से चैतन्य शर्मा, डलहौजी से डीएस ठाकुर, कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो, चिंतपूर्णी से सुदर्शन सिंह बबलू, शिमला से हरीश जनारथा, शाहपुर से केवल सिंह पठानिया, चंबा से नीरज कुमार नैयर, सरकाघाट से दलीप ठाकुर, नगरोटा बगवां से रघुबीर सिंह बाली, आनी से लोकेंद्र कुमार, बिलासपुर से त्रिलोक जमवाल, हमीरपुर से आशीष शर्मा, मनाली से भुवनेश्वर गौड़, धर्मपुर से चंद्रशेखर, करसोग से दीप राज, भरमौर से जनक राज, ठियोग से कुलदीप सिंह राठौर, इंदौरा से मलेंद्र राजन, द्रंग से पूर्ण चंद, नूरपुर से रणवीर सिंह निक्का, भोरंज से सुरेश कुमार और कसौली से विनोद सुल्तानपुरी ट्रेनिंग में हिस्सा लेंगे।