शिमला। मानसून सत्र की कार्यवाही के पहले दिन विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।विपक्ष ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यस्था को लेकर नियम 67 के तहत चर्चा मांगी थी।बद्दी में बीते कल नशे के चक्कर में युवक की हत्या, बिलासपुर में कोर्ट के बाहर चली गोलियों और गोलीकांड में पूर्व विधायक के बेटे की संलिप्तता को लेकर विपक्ष नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव लाया था।वहीं पक्ष की तरफ से दलील दी गयी कि गैंगवार के लिए नियम 67 पर चर्चा नहीं दी जा सकती, यह नियम इमरजेंसी में इस्तेमाल होना चाहिए। पुलिस अपना काम पूरी मुस्तैदी से कर रही है और बद्दी में मर्डर के आरोपी को तत्परता से गिरफ्तार कर लिया।विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की नियम 67 के तहत चर्चा की मांग को खरिज कर दिया जिसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।हालांकि विपक्ष के सदस्य करीब 10 मिनट में वापिस सदन में आ गए।हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पहले दिन की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद पूर्व विधायकों टेक चंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलतराम चौधरी के निधन पर मुख्यमंत्री ने शोकोद्गार प्रस्ताव रखा।सीएम सुक्खू ने तीनों पूर्व विधायकों के योगदान को याद किया और सदन में वक्तव्य दिया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी शोकोद्गार पर वक्तव्य दिया।इतिहास में पहली बार विधानसभा का मॉनसून सत्र 10 दिनों का होगा। सत्र में 936 प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें से 640 तारांकित होंगे, जिन्हें मौखिक जवाब के लिए भेजा गया है। 296 प्रश्न अतारांकित होंगे, जिनके उत्तर लिखित में दिए जाएंगे।पहले दिन की बैठक शुरू होने से पहले सदन में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से हाथ मिलाया और उनका अभिवादन किया।