चौपाल क्षेत्र की बंद सड़कों को खोलने के लिए विभाग दिन रात कर रहा एक

Spread with love

नेरवा, नोविता सूद। बीते सप्ताह हुई भारी बारिश ने चौपाल को ऐसे जख्म दे डाले हैं कि जन जीवन सामान्य होने के लिए लोगों को लंबा इंतज़ार करना पड़ सकता है । बारिश से 95 सड़कें बंद हो गई थी, जिन्हें खोलने में विभाग दिन रात एक कर रहा है।

परन्तु क्षतिग्रस्त सड़कों के किनारे निजी जमीनें बंद सड़कों को खोलने में बड़ी बाधा बनी रही हैं। लोग टूटी हुई सड़कों के किनारे विभाग को कटिंग नहीं करने दे रहे हैं।

ऐसा ही एक मामला सरांह-जोड़ना मार्ग पर भी सामने आया है। इस मार्ग पर दोचाली में एक व्यक्ति ने न केवल सड़क खोने का कार्य रोक दिया है, बल्कि शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग के एक कर्चारी के साथ मारपीट भी कर डाली। इस व्यक्ति के अड़ियल रवैय्ये के चलते पुलबाहल क्षेत्र की चार पंचायतों के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

एसडीओ चौपाल प्रेम अमरेट ने बताया कि विभाग द्वारा इस व्यक्ति के खिलाफ चौपाल थाना में शिकायत दर्ज करवा दी गई है। अभी तक विभाग मात्र 54 सड़कों को छोटे व तीन सड़कों को बड़े वाहनों के लिए खोलने में कामयाब हो पाया है, जबकि 38 सड़कों पर अभी भी आवाजाही पूरी तरह ठप्प पडी हुई है।

लोक निर्माण उपमंडल नेरवा की 41 में से बीस सड़कें छोटे वाहनों और थरोच-नेरवा मार्ग बड़े वाहनों के लिए खुल चुकी हैं।

सहायक अभियंता लोक निर्माण मंडल नेरवा रजनीश बंसल ने बताया कि नेरवा-शिमला मार्ग को नेरवा से चौपाल तक सड़क के किनारे कटिंग कर एक दो दिन में बहाल कर दिया जाएगा।

सहायक अभियंता लोक निर्माण उपमंडल कुपवी बाबू राम शर्मा ने बताया कि उपमंडल की 12 में से आठ सड़कों को छोटे वाहनों के लिए खोला गया है, जबकि काटली खडड में पानी अधिक होने से मालत, हाणोग तथा कुपवी मशौत मार्ग को बहाल करने में चार पांच दिन का समय और लग सकता है।

सड़क किनारे लोगों की निजी भूमि होने से भी विभाग को सड़कें बहाल करने में दिक्कत आ रही है। सहायक अभियंता लोक निर्माण उप मंडल चौपाल प्रेम अमरेट ने बताया कि उनके उपमंडल की 42 बंद सड़कों में से 26 को छोटे वाहनों तथा चौपाल शिमला व मड़ावग-खिड़की मार्ग को बड़े वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है ।

उधर फेडिज़पुल में सड़क धंसने से हरिद्वार, पांवटा, तांदियो, धार चांदना, पबाण, बाग़ व कनाह रुट पर बीते चार दिन से एचआरटीसी सहित आने वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप्प है।

अधिशाषी अभियंता पथ परिवहन एवं राष्ट्रिय राजमार्ग मंडल पांवटा साहिब सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि दो तीन दिन में पहाड़ी की कटिंग कर वाहनों को गुजरने की वैकल्पिक व्यवस्था कर दी जाएगी, परन्तु सड़क के पूरे निर्माण में एक दो माह का समय लग सकता है।

इसके अलावा विभिन्न रूटों पर एचआरटीसी की 23 बसें फंसी होने से निगम को लाखों रुपये की चपत लग चुकी है। अड्डा इंचार्ज नेरवा राजिंदर व अड्डा इंचार्ज चौपाल हीरा लाल के अनुसार नेरवा डिपो की पेदग, नावी भूट, झोखड़, सरांह, समताड़ा, देइया (दो बसें), मशोत, धार चांदना, झीना, ठूंडना, खादर, पौड़िया, पबाण, माटल, लानी बमटा, रानवी, पहलोग, बाग़ के अलावा चौपाल में नाहन डिपो की एक तथा मधाना व बिजमल में सोलन डिपो की दो बसें पिछले दस दिनों से फंसी हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: