शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की राज्यसभा जाने की इच्छा थी, जिसके लिए उन्होंने जी जान से प्रयास किया। लेकिन कांग्रेस ने अपने नेताओं को निराश किया और एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दिया जिनका हमेशा किसी न किसी विवाद से नाता रहा। राज्यसभा के बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन के नामांकन के समय उन्होंने यह बातें कहीं।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार राजस्व बढ़ाने के लिए जिस वॉटर सैस को लेकर आई थी, कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार उसी वॉटर सैस के ख़िलाफ़ बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों की तरफ़ से मुक़दमा लड़ रहे हैं।
ऐसे में विधायक दल का नेता और सरकार का मुखिया होने के कारण मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह क्या चाहते हैं। एक तरफ़ आप कहते हैं कि केंद्र वॉटर सैस नहीं लेने दे रही दूसरी तरफ़ वॉटर सैस के निर्णय के ख़िलाफ़ न्यायालय में खड़े होने वाले व्यक्ति को कांग्रेस राज्यसभा भेजना चाहती है। यह बड़ी हास्यास्पद स्थिति है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेताओं ने राज्यसभा जाने का सपना पाल रखा था क्योंकि बड़े समय बाद मौक़ा आया था कि कांग्रेस हिमाचल से किसी को राजसभा भेज सके। लेकिन स्थानीय और वरिष्ठ नेताओं की दावेदारी को अनदेखा कर दिया गया जिससे कांग्रेस के आंतरिक रूप से बहुत असंतोष है। कांग्रेस के लोग आलाकमान के इस निर्णय से निराश हैं।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में जयराम ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव लड़ना सबका अधिकार है। इसलिए बीजेपी ने भी हर्ष महाजन को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया है।
प्रदेश के लोगों के साथ-साथ प्रदेश के विधायक भी कांग्रेस सरकार से त्रस्त हैं। इसलिए हमें भरोसा है कि सभी विधायक अंतरात्मा की आवाज़ सुनेंगे और हर्ष महाजन का सहयोग करेंगे।
लेकिन कांग्रेस की सरकार और मुख्यमंत्री को इस बात का जवाब देना होगा कि अपने ही स्टैंड के ख़िलाफ़ खड़े होने वाले लोगों को वह राज्य सभा भेज कर क्या साबित करना चाहती है। अब जवाबदेही का वक़्त आ गया है, इसलिए इधर-उधर की बातें करके यह सरकार बच नहीं सकती है।