शिमला। अधिवक्ता और भाजपा नेता शीतल व्यास की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले को लेकर विक्रमादित्य सिंह को मानहानि का नोटिस दिया गया था।
यह नोटिस अधिवक्ता शीतल व्यास ने विधायक विक्रमादित्य सिंह को भिजवाया था। इस नोटिस में शीतल व्यास की छवि को धूमिल करने के आरोप लगाए गए थे।
1 जुलाई को हुई सड़क पर हुई बहस का वीडियो 17 जुलाई को वायरल करने को लेकर शीतल व्यास ने इसे उनके खिलाफ रची हुई साजिश बताया था।
इस पर विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया और कहा कि वह खुद बदतमीज़ी करती हैं और लोगों को सड़कों पर गालियां देती हैं और बाद में मीडिया मे आने के लिए नोटिस भेजती हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा ‘मै नहीं जानता कौन नेत्री हैं पहले गालीगलौच करती हैं फिर मानहानि का दावा करती हैं, “ऐसे सौ आते सौ जाते हैं।
मानहानि का दावा तो उस बेचारे को करना चाहिए जिसकी बहन को उसकी बीवी बना दिया।
अपने अस्तितव को बचाने व मीडिया में आने के लिए ये मानहानि का नोटिस भेज रही हैं। हमारे वक़ील उसका जवाब देंगे।