ऊबर ने की सुरक्षा की पहल : सुरक्षा मजबूत करने के लिए फीचर्स लॉन्च

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दिल्ली। आज ऊबर ने भारत में नए व विस्तृत टेक्नॉलॉजी आधारित सुरक्षा फीचर्स के लॉन्च की घोषणा की और अपने कस्टमर सपोर्ट को मजबूत किया। सुरक्षा के लिए तत्पर रहने के अपने मुख्य सिद्धांत के साथ कंपनी ऊबर राईड को सभी के लिए सुरक्षित बनाने के लिए टेक्नॉलॉजी और मानव प्रतिक्रिया में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।

नए औद्योगिक मानकों के निर्माण से लेकर घटनाओं में कमी लानेतक टेक्नॉलॉजी के विकास के उद्देश्य के साथ ऊबर सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। आज आयोजित इस कार्यक्रम में आशीष कुंद्रा, प्रधान सचिव, दिल्ली सरकार मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।

इस कार्यक्रम में आशीष कुंद्रा ने कहा, ‘‘सुरक्षित और सुविधाजनक मोबिलिटी विकल्पों की उपलब्धता को शहरों में तेज विस्तार के साथ तालमेल में होने की जरूरत है। पिछले कुछ सालों में ऊबर जैसी राईडशेयरिंग कंपनियों ने लाखों लोगों को मोबिलिटी के सुविधाजनक विकल्प प्रदान करके शहरों में मोबिलिटी के परिदृश्य में परिवर्तन ला दिया है।

यह देखकर खुशी मिलती है कि यह कंपनी सुरक्षा व सपोर्ट को मजबूत करने के लिए अपने संसाधनों में निवेश कर रही है। मुझे महसूस होता है कि यही सही रास्ता है और मेरा मानना है कि मोबिलिटी का सुरक्षित परिवेश बनाने के लिए सरकार, कानून प्रवर्तन अधिकारियों और निजी कंपनियों को मिलकर काम करना होगा।’’

नई सुरक्षा विशेषताओं के बारे में बताते हुए ऊबर इंडिया और साउथ एशिया के हेड- सेफ्टी ऑपरेशंस, सूरज नायर ने कहा, ‘‘हम जिन लोगों को सेवाएं देते हैं, उनकी सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण और कुछ नहीं है।

ऊबर टेक्नॉलॉजी और मानव प्रतिक्रिया में लगातार निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि इस प्लेटफॉर्म पर ड्राईवर एवं राईडर्स के अनुभव में सुधार आता रहे। आज हमें ज्यादा मजबूत सपोर्ट के साथ नई व विस्तृत सुरक्षा विशेषताएं प्रस्तुत करने पर गर्व है। हमारा मानना है कि सुरक्षा पर काम हमेशा जारी रहता है, और हम अपने प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा बढ़ाने वाले समाधानों का विकास करते रहेंगे।’’

इस कार्यक्रम में प्रस्तुत की गई मुख्य सुरक्षा विशेषताएं

ऑडियो रियर सीटबेल्ट रिमाईंडर :ऊबर रियर सीटबेल्ट लगाने की शुरुआत में अग्रिम भूमिका निभा रहा है। ऊबर ट्रिप शुरू होने से पहले हर बार ड्राईवर के फोन पर ऑडियो रियर सीट बेल्ट रिमाईंडर और राईडर के फोन पर एक पुश नोटिफिकेशन आएगा। इससे राईडर्स को अपनी सुरक्षा बढ़ाने का प्रोत्साहन मिलेगा।

राईडचेक 3.0 : राईडचेक ऊबर का टेक-आधारित फीचर है जो ट्रिप से संबंधित विसंगतियों का पता लगाकर सपोर्ट प्रदान करता है। इसकी शुरुआत भारत में ट्रिप के दौरान ‘लंबे समय तक वाहन खड़ा रहने’ का पता लगाने के लिए की गई थी।

राईड के दौरान लंबे समय तक वाहन के खड़े रहने पर सिस्टम द्वारा राईडर और ड्राईवर को एक संदेश भेजकर पूछा जाता है कि सब कुशल मंगल तो है ना। अब कंपनी ने अपनी राईडचेक टेक्नॉलॉजी क्षमताओं का विस्तार किया है, ताकि ट्रिप के दौरान कोई अनपेक्षित मार्ग लिया जाने पर या फिर राईडर के गंतव्य पर पहुँचने से पहले अप्रत्याशित रूप से ट्रिप समाप्त होने पर तुरंत पता चल सके।

एसओएस इंटीग्रेशन : ऊबर के पास एक इन-ऐप इमरजेंसी बटन है, जो राईडर्स और ड्राईवर्स को बटन पर टैप करते ही अपने स्थानीय इमरजेंसी नंबर से कनेक्ट करता है। ऊबर ने स्थानीय पुलिस के साथ एसओएस इंटीग्रेशन भी लॉन्च किया है, ताकि उनके साथ लाईव लोकेशन सहित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की जा सके।

यह सेवा हैदराबाद में चल रही है, और कंपनी बड़े मेट्रो शहरों में इसके लिए वार्ता की प्रक्रिया में है।

मजबूत सुरक्षा टूलकिट : ऊबर के नए सुरक्षा टूलकिट में बिल्कुल नए विकल्प हैं, और इसे जरूरत पड़ने पर राईडर को आसानी से मदद पहुँचाने के लिए डिज़ाईन किया गया है। इसमें ऊबर की अलग-अलग सुरक्षा विशेषताओं के बारे में जानकारी भी है, जो बटन टैप करते ही उपलब्ध हो जाती है।

विस्तृत सपोर्ट : ऊबर की 24/7 सुरक्षा लाईन द्वारा राईडर्स 88006-88666 पर अपने फोन से कॉल कर सकते हैं, या ऊबर ऐप द्वारा ऊबर के लाईव सपोर्ट एजेंट से कनेक्ट हो सकते हैं। यह लाईन राईडर्स को ट्रिप के दौरान और ट्रिप समाप्त होने के 30 मिनट बाद तक सुरक्षा समस्याओं की सूचना देने के लिए उपलब्ध होगी।

हैदराबाद और विशाखापट्नम में ऊबर के ट्विन सपोर्ट सेंटर्स के विशेषज्ञ चौबीस घंटे सपोर्ट के लिए उपलब्ध रहते हैं और 99 प्रतिशत इनकमिंग कॉल्स का उत्तर पहले 30 सैकंड में देते हैं।

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