ऋषिकेश। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) ने 5 जनवरी को नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में व्यवसाय में पारदर्शिता और सहयोग के प्रति कंपनी के समर्पण को रेखाकिंत करते हुए व्यवस्थापकों की बैठक आयोजित की।
इस कार्यक्रम में कंपनी के प्रतिष्ठित व्यवस्थापक और निवेशक उपस्थित हुए। बैठक में टीएचडीसीआईएल के द्वारा प्रतिबद्धता जाहिर की गई कि कंपनी 12 जनवरी को कॉरपोरेट बॉन्ड सीरीज-IX जारी करने जा रही है।
जे बेहेरा, निदेशक (वित्त) की अगुवाई में उनकी टीम ने कंपनी के भावी विकास पथ पर सक्रिय रूप से चर्चा की। टीएचडीसीआईएल ने एक व्यापक प्रस्तुतिकरण दिया, जिसमें कंपनी के विकास की संभावनाओं, इसकी वित्तीय स्थिति और चल रही परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
यह बैठक सार्थक संवाद को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगी। यह इस बात को सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि व्यवस्थापकों और निवेशकों को कंपनी की रणनीतिक दिशा के बारे में अच्छी प्रकार से जानकारी है।
बैठक का मुख्य आकर्षण जे बेहेरा, निदेशक (वित्त) के नेतृत्व में की गई व्यापक चर्चा थी जिसमें उन्होंने विस्तार से रणनीतियों और क्रेडिट रेटिंग पर की गई पूछताछ का उत्तर दिया।
इस बैठक में विचारों के आपसी आदान- प्रदान से कंपनी के व्यवसाय और वित्तीय रणनीतियों के बारे में हितधारकों को संसूचित और आश्वस्त करना था जो कि टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
परियोजनाओं की सन्निकट कमीशनिंग एक प्रमुख कारक के रूप में उभरी है, जिससे कंपनी की क्रेडिट रेटिंग में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है। यह टीएचडीसीआईएल की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और निवेशकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए टीएचडीसीआईएल के समर्पण पर जोर देती है।
आर के विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हितधारकों को रणनीतियों के विस्तार, क्रेडिट रेटिंग और परियोजनाओं की सन्निकट कमीशनिंग आदि के बारे में संसुचित करना, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
विकास की संभावनाओं और वित्तीय मामलों के अतिरिक्त, उपस्थित लोगों को सूचित किया गया कि टीएचडीसीआईएल के द्वारा कॉरपोरेट बॉन्ड सीरीज-IX के लिए 12 जनवरी, 2024 को बिडिंग निर्धारित की गई है।
यह बैठक इस बात का प्रतीक है कि टीएचडीसीआईएल उत्पादन में आपसी विचार-विमर्श को बढ़ावा देने, वित्तीय दृष्टिकोण पर स्पष्टता प्रदान करने और हितधारकों के साथ खुला संचार एवं संपर्क बनाए रखने के प्रति समर्पित है।
टीएचडीसीआईएल 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ देश के प्रमुख बिजली उत्पादकों में से एक है, जिसका श्रेय इसकी प्रचालनाधीन परियोजनाओं को जाता है जिनमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन और द्वारका में क्रमश: 50 मेगावाट और 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं और उत्तर प्रदेश के झाँसी में 24 मेगावाट की ढुकवां लघु जल विद्युत परियोजना तथा केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि टीएचडीसीआईएल की अमेलिया कोयला खदान का वाणिज्यिक संचालन निर्धारित समय से छह महीने पहले शुरू हो गया है जो एक विशेष उपलब्धि है। यह उपलब्धि देश की अग्रणी बिजली कंपनियों में से एक के साथ बने विश्वास और साझेदारी को रेखांकित करती है।
निकट भविष्य में 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट (केएसटीपीपी) की प्रथम यूनिट (660 मेगावाट) और 1000 मेगावाट टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की प्रथम यूनिट (250 मेगावाट) के चालू होने के साथ, टीएचडीसीआईएल उपलब्धियों को बढ़ाने, ऊर्जा क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए तैयार है।
राष्ट्र के सभी के लिए 24×7 किफायती बिजली सुनिश्चित करने के उद्देश्य के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ, टीएचडीसीआईएल सौर, पवन, ताप, पंप स्टोरेज पावर (पीएसपी) और जल विद्युत सहित विभिन्न ऊर्जा स्रोतों में पर्याप्त विकास और विविधीकरण के माध्यम से इस संगठनात्मक लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रति दृढ़ संकल्पित है।
यह समर्पित दृष्टिकोण वित्तीय स्थिरता और परिचालन उत्कृष्टता को बनाए रखते हुए देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में टीएचडीसीआईएल की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है।