शिमला। पहाड़ों की रानी शिमला को स्वछता रैंकिंग में बड़ा झटका लगा है। केंद्रीय स्तर पर हुए स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 की शनिवार को सूची जारी की गई है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में शिमला शहर की रैकिंग इस बार गिर गई है।
पिछले साल जहां शिमला को 65 वां रैंक मिला था वहीं इस बार यह गिरकर 102 रैंक पर आ गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर को साफ रखने के लिए किया जा रहा काम कितना जमीनी स्तर पर हो रहा है।
भले ही निगम प्रशासन से लेकर शहरी विकास विभाग के आला अधिकारी और पदाधिकारी दावा करें कि शहर को साफ करने के लिए आधुनिक मशीनों से लेकर कर्मचारियों की फौज खड़ी कर दी गयी है लेकिन इसका रिजल्ट अब शहर के सामने आ गया है।
केंद्र से आई टीम ने शहर के कई स्थानों का दौरा किया और यहां पर सफाई का जायजा लिया। इसमें शौचालयों की सफाई से लेकर शहर की सड़कों, गली मोहल्लों में हो रही सफाई पर सवाल उठाए गए हैं।
हालांकि शिमला में पिछली बार रैंकिंग से पहले नगर निगम की ओर से खुद एक मुहिम पूरे शहर के लिए चलाई गई थी। पूरे शहर को साफ करने के लिए लोगों को जागरुक भी किया गया था।
इस बार लोगों को जागरूक करने के लिए मुहिम जरूर चली लेकिन निगम को जो अपनी तरफ से काम करना था उस पर कोई ज्यादा कार्य नहीं हो सका जिसका खामयाजा निगम को इस रैंकिंग में भुगतना पड़ रहा है।
शिमला नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी चेतन चौहान ने कहा कि इस बार स्वच्छता रैकिंग में गिरवाट आई है इसका कारण लोगों द्वारा फीडबैक न देना है।
बता दें कि इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में 4320 शहरों को शामिल किया गया था जो दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है।
इस साल के सर्वेक्षण की सफलता इस बार नागरिकों से मिले फीडबैक की संख्या के आधार पर आंकी गई है। इस बार पांच करोड़ से अधिक फीडबैक आए हैं, यह संख्या पिछले साल 1.87 करोड़ थी।
हिमाचल प्रदेश से करीब 74 हजार लोगों ने सर्वेक्षण में हिस्सा लिया और अपना फीडबैक दिया।