शिमला। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में विधानसभा परिसर में खालिस्तान के झंडे लगाने पर विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है और इसे सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया है।
साथ ही प्रदेश सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेने और केंद्र सरकार के समक्ष उठाने की मांग की है।
कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि धर्मशाला विधानसभा में परिसर में खालिस्तान के झंडे लगाए जाते हैं और इस दौरान पुलिस के कर्मचारी वहां पर मौजूद नहीं थे।
विधानसभा कोई छोटा स्थान नहीं है। ऐसे में वहां पर सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए और कैमरे क्यों नहीं लगाए गए थे। हालांकि इससे पहले भी कई बार खालिस्तान झंडे लगाने की चेतावनी दी गई थी।ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जानी चाहिए थी।
इस तरह की वारदात हिमाचल के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गंभीर विषय है। प्रदेश सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और इसके बारे में केंद्र सरकार को भी बताना चाहिए कि इस तरह की घटना घटी है।
उन्होंने कहा कि पुलिस की भी बड़ी चूक हुई है और इसको लेकर सरकार को अपनी गलती माननी चाहिए। पुलिस ढीला काम कर रही है।
वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान कि रात के अंधेरे में झंडे लगाए गए हैं, को हास्यप्रद करार दिया और कहा कि घटना दिन में हो या रात को हो, सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और सचेत रहना चाहिए।
रात को भी वारदातें होती हैं। ऐसे में सुरक्षा को गंभीरता से प्रदेश सरकार को लेना चाहिए। प्रदेश में इस तरह की घटना को देखते हुए सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है।
खालिस्तान समर्थकों द्वारा पहले ही झंडा फहराने की चेतावनी दी थी जिसको लेकर कांग्रेस द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई थी।
ऐसे में सरकार को भी सतर्क रहने की जरूरत है और इस घटना का संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना देने की सोचे भी ना।