शिमला। नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में कंपनी का गत वर्ष की छमाही से 42% वृद्धि दर्ज करते हुए कर पश्चात लाभ (पीएटी) 745.61 करोड़ रुपए से बढ़कर 1058.86 करोड़ रुपए हो गया है।
शिमला में आयोजित कंपनी की बोर्ड बैठक के उपरांत नन्द लाल शर्मा ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की प्रथम छमाही में प्रचालन से राजस्व गत वित्तीय वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1547.44 करोड़ रुपए से लगभग 22% बढ़कर 1886.99 करोड़ रुपए हो गया है।
इसी तरह, वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल राजस्व भी बढ़कर 1991.76 करोड़ रुपए हो गया है, जबकि गत वित्तीय वर्ष में यह 1629.37 करोड़ रुपए था, जिसमें 22% की वृद्धि हुई।
नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि एसजेवीएन में 42% की वृद्धि दर्ज करते हुए प्रति शेयर आय (ईपीएस) 1.90 रुपए से बढ़कर 2.70 रुपए हो गया है। इसके अतिरिक्त, दिनांक 30.09.2022 को कंपनी का नेट वर्थ 13,349.21 करोड़ रुपए से बढ़कर 13,970.52 करोड़ रुपए हो गया है।
वर्तमान के विकासों के बारे में जानकारी देते हुए, श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान एसजेवीएन ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में क्रमशः 105 मेगावाट और 83 मेगावाट क्षमता की दो और फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं को अपनी किटी में डाला है।
तिमाही के दौरान, कंपनी ने सितंबर 2022 में सभी छह बिजली स्टेशनों से सितंबर महीने में 1339 एमयू का उच्चतम विद्युत उत्पादन हासिल किया, जो गत समस्त रिकार्डों को पार कर गया है। 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन ने 30 अगस्त 2022 को 39.526 एमयू का अब तक सर्वाधिक दैनिक विद्युत उत्पादन हासिल किया है। 412 मेगावाट रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन ने इस साल सितंबर महीने में अब तक का सर्वाधिक 290.409 एमयू विद्युत उत्पादन किया है।
वर्तमान में, एसजेवीएन के पास भारत और विदेशों में विकास के विभिन्न चरणों में 70 परियोजनाओं सहित लगभग 42,000 मेगावाट का पोर्टफोलियो है और वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 8,000 रुपए के कैपेक्स लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तैयार है।
ये वर्तमान विकास एसजेवीएन के वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25,000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाट क्षमता के साझा विजन को प्राप्त करने में मदद करेगा।