नेरवा, नोविता सूद। नेरवा में सोमवार से शुरू हो रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत पुराण कथा की तैयारियां सम्पूर्ण कर ली गई हैं। सोमवार को कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत पुराण कथा विधिवत रूप से प्रारम्भ हो जाएगी।
क्षेत्र के सम्भवतयाः इस सबसे बड़े आयोजन के लिए आयोजकों ने एक महीना पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। इस दौरान मई के अंतिम और जून के शुरुआत में मौसम ने तैयारियों में जुटे आयोजकों का कडा इम्तिहान लिया, परन्तु आयोजकों के बुलंद हौसलों को मौसम भी ना डगमगा पाया।
मंगलवार और बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश के चलते शालवी नदी का जल स्तर बढ़ने से एक हजार से अधिक वाहनों के लिए तैयार की गई पार्किंग क्षति ग्रस्त हो गई थी तथा आयोजन के लिए तैयार पंडाल में भी बारिश का पानी भर गया था।
आयोजकों ने मौसम की चुनौती को स्वीकार करते हुए क्षतिग्रस्त पार्किंग और पांडाल को दो दिन के भीतर पुनः तैयार कर दिया है। क्षेत्र के इस सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है एवं लोग इसके शुरू होने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
इस आयोजन को लेकर लोगों में इसलिए भी विशेष उत्साह है कि इसमें वृन्दावन धाम के मशहूर कथावाचक आचार्य गौरव कृष्ण गोस्वामी व्यास की भूमिका में सात दिनों तक अपनी मधुर एवं ओजस्वी वाणी से श्री श्रीमद्भागवत कथा की अमृत वर्षा करेंगे।
कथा श्रवण के लिए प्रतिदिन पांच हजार से अधिक लोगों की संभावना है । सात दिन तक चलने वाली इस कथा में प्रतिदिन सात बजे वेदी पूजन,दस बजे से दो बजे तक श्री श्रीमद्भागवत कथा एवं सवा दो बजे प्रसाद वितरण (भंडारा) का आयोजन होगा।
आयोजन समिति ने कलश यात्रा में भाग लेने कि इच्छुक महिलाओं से आग्रह किया है कि वह सोमवार को साढ़े आठ बजे डुंडी माता मंदिर के परिसर में अपने अपने कलश साथ लेकर उपस्थित हो जाएँ।