शूलिनी यूनिवर्सिटी प्रदान कर रहा है विश्व स्तरीय शिक्षा बोले चांसलर
शिमला। भारत के अग्रणी निजी विश्वविद्यालयों में से एक, सोलन स्थित शूलिनी यूनिवर्सिटी, जो विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है, ने आज घोषणा की कि हिमाचल प्रदेश के वे छात्र जिन्होंने अपनी पात्रता परीक्षाओं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें 100 प्रतिशत शुल्क माफ़ किया जाएगा।
चांसलर प्रोफेसर पी के खोसला ने आज यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्षेत्रीय सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए शूलिनी यूनिवर्सिटी हिमाचल के छात्रों को विशेष प्राथमिकता देता है और स्थानीय युवाओं के लिए विश्व स्तरीय अवसरों के द्वार खोलता है।
हम हिमाचल के उन मेधावी छात्रों को, जिन्होंने पात्रता परीक्षाओं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, 100 प्रतिशत शुल्क माफ़ी प्रदान करेंगे ताकि वे विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर सकें।”
प्रगतिशील पाठ्यक्रम, अत्याधुनिक अवसंरचना (इंफ्रास्ट्रक्चर) और अंतरराष्ट्रीय सहभागिताओं के साथ यह विश्वविद्यालय समग्र शिक्षा प्रदान करता है, जो छात्रों को वैश्वीकृत दुनिया में सफल होने के लिए तैयार करता है।
उन्होंने कहा कि शूलिनी यूनिवर्सिटी की उत्कृष्टता को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली है। इसे टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2024 और क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2025 दोनों में भारत का नंबर 1 निजी यूनिवर्सिटी घोषित किया गया है।
क्यूएस रैंकिंग में शूलिनी ने 200 स्थानों की छलांग लगाकर वैश्विक रैंक 587 हासिल की है, जो अब तक किसी भी भारतीय निजी यूनिवर्सिटी की सबसे ऊँची रैंकिंग है। साथ ही, अनुसंधान गुणवत्ता और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण के मामले में भी शूलिनी यूनिवर्सिटी भारत के सभी निजी संस्थानों में सबसे आगे है।
वैश्विक मान्यता के साथ-साथ शूलिनी यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी चमक बनाए हुए है। यह भारत के शीर्ष 15 यूनिवर्सिटीज (गवर्नमेंट यूनिवर्सिटीज सहित) में शामिल है और इसे एनएएसी से ए प्लस ग्रेड मिला है, जिसकी सीजीपीए 3.33 है।
प्रोफेसर खोसला के अनुसार, शूलिनी पेटेंट फाइलिंग में भी देश में अग्रणी है, जिसके पास 1,500 से अधिक पेटेंट हैं और इसका एच-इंडेक्स 151 से ऊपर है, जो किसी भी युवा भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए अत्यंत सराहनीय है।
यह यूनिवर्सिटी एमबीए, बीटेक (कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग), होटल मैनेजमेंट और मीडिया एवं कम्युनिकेशन जैसे कोर्सेज में 100 प्रतिशत प्लेसमेंट के लिए जाना जाता है।
प्रसिद्ध कंपनियां जैसे आईबीएम, डेलॉइट, हिंदुस्तान यूनिलीवर (एच यू एल), एक्सेंचर, जेनपैक्ट और सिप्ला यहाँ से नियमित रूप से प्रतिभाशाली छात्रों की भर्ती करती हैं।
प्रोफेसर खोसला ने कहा कि शूलिनी यूनिवर्सिटी के 28 देशों में 250 से अधिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग हैं। यहाँ मेलबर्न यूनिवर्सिटी और रॉयल होलोवे, यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन जैसे विश्व प्रसिद्ध संस्थानों के साथ ड्यूल-डिग्री प्रोग्राम्स, विदेश में अध्ययन के अवसर, स्टूडेंट्स एक्सचेंजस और ग्लोबल इंटर्नशिप भी उपलब्ध हैं।
छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)और एक्सआर रिसर्च सेंटर, सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस और आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट, बॉश तथा इकिगाई लैब्स जैसे संस्थानों के साथ उद्योग साझेदारी का लाभ मिलता है, जिससे शूलिनी एक भविष्य उन्मुख संस्थान के रूप में उभर रहा है।
यह यूनिवर्सिटी देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का एक प्रकाशस्तंभ बनकर उभरी है। 2009 में स्थापित यह यूनिवर्सिटी अकादमिक उत्कृष्टता, अत्याधुनिक शोध और समावेशी शिक्षा पर जोर देकर खासकर हिमाचल प्रदेश के छात्रों के लिए जीवन बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।
दूरदर्शी नेतृत्व और ऑक्सफोर्ड, आईआईटी जैसे संस्थानों तथा यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया से आए शिक्षकों की टीम के साथ, शूलिनी यूनिवर्सिटी भारत में उच्च शिक्षा की नई पहचान बना रही है और यह बदलाव हिमाचल की धरती से शुरू हो रहा है।