नेरवा, नोविता सूद। एक तरफ तो सरकार प्रदेश में बेहतरीन शिक्षा के दावे करती नहीं थक रही दूसरी तरफ कहीं स्कूल भवनों की कमी तो कहीं अध्यापकों की कमी के चलते छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
कुछ ऐसे ही हालात से नेरवा तहसील की ग्राम पंचायत रुसलाह की राजकीय उच्च पाठशाला शेईला गुजर रही है।
इस स्कूल में महत्वपूर्ण विषयों के एक दो नहीं पूरे चार पद लम्बे समय से खाली पड़े हुए हैं, जिस वजह से यहां पढाई कर रहे चालीस छत्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
अभिभावकों की मानें तो इस पाठशाला में किसी समय एक सौ के करीब छात्र शिक्षा ग्रहण करते थे, परन्तु सरकार की अनदेखी के चलते इनकी संख्या घाट कर मात्र चालीस रह गई है।
स्थानीय निवासी रोहित शर्मा ने बताया कि शेईला ग्राम पंचायत के कोटी,सरांह,शानग,ढकोली,रेवटी तथा खोखा आदि आधा दर्जन गाँवों का केंद्र बिंदु है तथा इस स्कूल में इन गाँव के छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले तक इस स्कूल में सौ के करीब छात्र शिक्षा ग्रहण करते थे,परन्तु स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते अधिकाँश अभिभावकों ने मजबूरन अपने बच्चों को इस स्कूल से निकाल कर अन्य स्कूलों में भेज दिया है।
अब हालत यह हो गई है कि इस स्कूल में मात्र चालीस छात्र ही रह गए है तथा शीघ्र ही अध्यापकों के पद नहीं भरे गए तो स्कूल में ताला लटक जाएगा। रोहित शर्मा ने बताया कि स्कूल में टीजीटी मेडिकल का पड़ आठ साल यानि 2014 से खाली पड़ा हुआ है तथा टीजीटी नॉन मेडिकल का पड़ 2018 से,मुख्याध्यापक का पद 2020 से एवं टीजीटी आर्ट्स का पद 2021 से खाली पड़ा हुआ है।
इन महत्वपूर्ण विषयों के पद खाली होने से स्कूल में पढ़ाई कर रहे छात्रों के अभिभावकों को उनके भविष्य चिंता सता रही है। अभिभावकों का आरोप है कि इस बारे में कई बार शिक्षा विभाग के आगे गुहार लगाईं जा चुकी है,परन्तु स्थिति जस की तस बने हुई है।
अभिभावकों का यह भी आरोप है कि सर्कार की अनदेखी और स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते उन्हें अपने बच्चे मज़बूरन करीब पंद्रह किलोमीटर दूर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल नेरवा में भेजने पड़ रहे है, जिसमे उनका आधा दिन तो सफर में ही खत्म हो जाता है तथा उनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
एसएमसी अध्यक्ष राजकीय उच्च विद्यालय शेईला के अध्यक्ष राजेंद्र जस्टा,अभिभावक सुनील, सुरेश, रणजीत, नारायण दत्त,विनोद, प्रकाश व राकेश आदि ने शिक्षा मंत्री गोविन्द ठाकुर के समक्ष गुहार लगाईं है कि राजकीय उच्च पाठशाला शेईला में खाली पड़े अध्यापकों के पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरा जाए, ताकि यहां पढ़ाई कर रहे छात्रों की पढ़ाई बाधित ना होने पाए।