शिमला। थल सेनाध्यक्ष, जनरल एम एम नरवणे ने आज शिमला स्थित सेना प्रशिक्षण कमान (आरट्रेक) का दौरा किया। उन्हें सामरिक-सैन्य भविष्य, सैद्धांतिक सुधार, आपरेशनल चुनौतियों और तैयारियों, तकनीकी समावेशन सहित कई मुद्दों पर जानकारी दी गई।
सेनाध्यक्ष को भारतीय सेना में प्रशिक्षण की प्रभावशीलता को अधिकतम करने के लिए किए जा रहे कई पहलुओं और पेशेवर सैन्य शिक्षा (पीएमई) को वर्तमान चुनौतियों के प्रति अधिक समकालीन और उत्तरदायी बनाने के लिए उठाए गए कदमों से अवगत कराया गया।
जनरल नरवणे ने प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भी मुलाकात की और आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की।
इस दौरान, सेना प्रमुख और आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (आवा) अध्यक्ष ने सिपाही अंकुश, सेना मेडल (मरणोपरांत) के परिजनों से बातचीत की और उन्हें सम्मानित किया, जिन्होंने जून 2020 में उत्तरी सीमाओं पर गलवान गतिरोध के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया था।
सेनाध्यक्ष का 26 जून को नई दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है।