शिमला। भारत स्काउट एंड गाइड, हिमाचल प्रदेश शाखा के पदाधिकारियों ने आज यहां राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, जो राज्य स्तर पर भारत स्काउट एंड गाइड के मुख्य संरक्षक हैं, से शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने राज्यपाल को भारत स्काउट एंड गाइड का फ्लैग लगाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर, राज्यपाल ने कहा कि भारत स्काउट एंड गाइड विद्यार्थियों में न केवल चरित्र निर्माण और कौशल विकास के लिए कार्य करता है बल्कि सेवा भावना को और प्रबल बनाता है।
उन्होंने कहा कि भारत स्काउट एंड गाइड के रोवर (पुरुष स्काउट), रेंजर (महिला स्काउट) का उद्देश्य ही समाज सेवा है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि निःस्वार्थ व त्याग के भाव से समाज की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करने में रोवर एवं रेंजर व्यक्तिगत रूप से एवं संगठित रूप से सेवाएँ दे रहे हैं।
शुक्ल ने कहा कि आज समाज में नशे की समस्या है जो युवाओं को अपनी चपेट मेें ले रही है। इस समस्या से निपटने के लिए हर व्यक्ति व संगठन को दृढ़संकल्प होकर समर्पण से कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारत स्काउट एंड गाइड से जुड़े शिक्षकों को भी इसमें अपना अधिक योगदान देने की आवश्यकता है क्योंकि विद्यार्थियों पर उनका अधिक प्रभाव रहता है। उनके माध्यम से विद्यार्थियों में नशे के खिलाफ अभियान में सहयोग मिल सकता है और इस सामाजिक बुराई को दूर करने में विद्यार्थी ही सबसे बड़े माध्यम हो सकते हैं।
उन्होंने भारत स्काउट एंड गाइड को इस दिशा में विस्तृत रूपरेखा तैयार कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने संगठन के सदस्यता विस्तार पर बल दिया ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इससे जुड़कर कार्य कर सकें।
इस अवसर पर, उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक एवं भारत स्काउट एंड गाइड के राज्य आयुक्त श्री अमरजीत शर्मा ने संगठन की विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में करीब 40 हजार स्काउट्स संगठन से जुड़े हैं और इसके ‘ओपन यूनिट’ भी कार्यरत हैं। उन्होंने कहा क मण्डी जिले के रिवाल्सर में संगठन का प्रशिक्षण केंद्र भी कार्यरत हैं जहां संभावित आपदाओें से लेकर अन्य प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है।