नेरवा, नोविता सूद। आज हम आपको देश के सबसे छोटे ड्रमर एवं कला के क्षेत्र में तहलका मचा चुके एक नन्हे कलाकार द्रोण से रूबरू करवा रहे हैं। यह वही द्रोण है जिसने महज़ छह साल की छोटी सी उम्र में देश के सबसे छोटे ड्रमर होने की उपलब्धि हासिल कर ली थी।
इसके आलावा द्रोण गायन,एक्टिंग और कैसियो प्लेइंग में भी महारत हासिल कर चूका है। द्रोण को उसकी नायाब उपलब्धियों के लिए इंडियन आइकॉन सहित कई प्रतिष्ठित राष्ट्रिय व राज्य स्तरीय अवार्ड मिल चुके है।
यही नहीं द्रोण ने अपने नौ साल के सफर की दास्तां को ‘मेरी कहानी’ शीर्षक से गीत के माध्यम से दर्शकों के समक्ष उड़ेला है। द्रोण के इस गीत को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है।
इस वीडियो में वह अपने जन्म से लेकर आज तक के सफर और अपने भविष्य की प्लानिंग बताता नजर आ रहा है। द्रोण सबसे पहले उस समय चर्चा में आया, जब करीब चार वर्ष पहले उसकी ड्रम बजाते हुए फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर दिखाई देने लगी।
इसके बाद उसे देश के सबसे छोटे ड्रमर के नाम से जाना जाने लगा। यही नहीं द्रोण ने ड्रम बीटिंग के साथ साथ गायकी, कैसियो प्लेइंग और एक्टिंग में भी महारत हासिल कर ली है।
यही वजह है कि आज लोग उसे लिटिल हीरो के नाम से जानते हैं। इसके अतिरिक्त द्रोण ने कोरोना महामारी के बीच लोगों को जागरूक करने पर भी खूब वाहवाही लूटी तथा कैसियो पर उसके द्वारा बजाई गई राष्ट्रगान की धुन भी मीडिया में खूब छाई रही।
द्रोण बताता है कि उसका सपना बड़े होकर एक सफल फ़िल्मी कलाकार बनने का है, जिसके लिए वह प्रतिदिन कई कई घंटे अभ्यास कर रहा है। वह एक लघु फिल्म में भी बाल कलाकार का अभिनय कर चुका है।
ख़ास बात यह है कि अपने इस शौक का उसकी पढ़ाई पर कोई असर नहीं है, वह अभ्यास के साथ साथ पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दे रहा है तथा इस क्षेत्र में भी अव्वल है।
द्रोण अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता के अलावा अपने मरहूम दादा से मिली प्रेरणा और आशीर्वाद को देते हुए कहता है कि इनकी बदौलत ही वह आज इस मुकाम को हासिल कर पाया है तथा आगे बढ़ रहा है।