शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विद्यार्थियों को वैश्विक चुनौतियों के अनुरूप तैयार करने केे दृष्टिगत प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधारों की दिशा में आगे बढ़ रही है। राजकीय उत्कृष्ट डिग्री कॉलेज संजौली के वार्षिक पारितोषिक समारोह की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और पहले ही बजट में इस दिशा में कई नई योजनाओं की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए संजौली महाविद्यालय में उत्कृष्ट अधोसंरचना स्थापित करने के लिए पांच करोड़ रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की। उन्होंने साहसिक पर्यटन के नए पाठ्यक्रम शुरू करने तथा कॉलेज के लिए डिजिटल पुस्तकालय और कमरों के निर्माण की घोषणा की।
उन्होंने अगले शैक्षणिक सत्र से एमए अर्थशास्त्र और लोक प्रशासन (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) की कक्षाएं शुरू करने, महाविद्यालय में कॅरिअर काउंसलिंग केंद्र और जीआईए रिमोट सैंसिंग पाठ्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महाविद्यालय के कई विद्यार्थियों ने अध्यापकों के कुशल मार्गदर्शन, कड़ी मेहनत तथा समर्पण से न्यायिक, राजनीति और प्रशासन सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट स्थान हासिल किया है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को आधुनिक दौर की चुनौतियों से पार पाने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। भविष्य की इन चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्हें उभरती हुई तकनीक को अपनाना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने के दृष्टिगत अध्यापकों की क्षमता निर्माण के लिए विदेशों में पुनश्चर्या भ्रमण कार्यक्रमों का आयोजन करवाएगी।
युवाओं को सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए नए तकनीकी पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 20 हजार मेधावी छात्राओं को ई-स्कूटी खरीदने के लिए 25 हजार रुपये की सबसिडी प्रदान करेगी।
गरीब विद्यार्थियों को एक प्रतिशत ब्याज दर पर व्यावसायिक पाठ्यक्रम करने के लिए ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। यह सभी सुविधाएं आगामी वित्त वर्ष से प्रदान की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में समाज के प्रत्येक वर्ग विशेषकर वंचित और कमजोर वर्गों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में अभूतपूर्व सकारात्मक बदलाव लाएगा और आगामी समय में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास स्वयं को दोहराता है और अपने बीते समय को सदैव याद रखना चाहिए। संजौली महाविद्यालय में बिताए लम्हों का स्मरण करते हुए ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्होंने इस महाविद्यालय में केन्द्रीय छात्र संघ के चार चुनाव लड़े और सभी में विजय हासिल की।
वर्तमान में राज्य सरकार प्रदेशवासियों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है ताकि कल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ वंचित वर्गों को मिल सके।
उन्होंने कहा कि हिमाचल को आगामी 10 वर्षों में देश का आदर्श एवं उन्नत राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए व्यवस्था परिवर्तन के साथ-साथ कार्य करते हुए बड़े बदलाव लाने आवश्यक हैं।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने संजौली कॉलेज और यहां के अध्यापकों के अपार योगदान की सराहना की और जीवन में सफलता के लिए विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत और शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का लक्ष्य हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी राज्य बनाना है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार ने शिक्षा के लिए 8828 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित है जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जाएंगे तथा सरकारी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले सभी छात्रों के लिए डेस्क उपलब्ध करवाये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संजौली कॉलेज और राज्य के अन्य शैक्षणिक संस्थानों के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
इस अवसर पर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए एक लाख रुपये देने की घोषणा की।
उन्होंने कॉलेज के मेधावी छात्रों के साथ-साथ पूर्व छात्रों को भी सम्मानित किया।