सड़क को चौड़ा करने के लिए की गई कटाई बनी जी का जंजाल

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नेरवा, नोविता सूद। सड़क को चौड़ा करने के नाम पर लोक निर्माण विभाग द्वारा चौपाल शिमला मार्ग पर की गई कटिंग आम जनता के लिए जी का जंजाल बन चुकी है। इस मार्ग पर आए दिन देवदार के वृक्ष गिरने से जहां बार- बार यह मार्ग बंद हो रहा है, वही इन वृक्षों के सड़क किनारे से गुजर रही नेरवा चौपाल को बिजली की आपूर्ति करने वाली लाइन पर गिरने से बार- बार क्षेत्र की बत्ती भी कई घंटों के लिए गुल हो रही है।

पिछले एक हफ्ते में ही चंबी से देहा के बीच 8 किलोमीटर इस मार्ग पर आधा दर्जन से ज्यादा देवदार के वृक्ष गिर चुके है। मंगलवार सुबह करीब 9:15 बजे देवदार का एक वृक्ष गिरने से जहां चौपाल शिमला मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गया वही पूरे मंडल चौपाल में 4 घंटे के लिए बिजली भी गुल हो गई।

विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों ने 4 घंटे कड़ी मशक्कत करने के बाद क्षेत्र की बिजली बहाल कर दी जिसके बाद क्षेत्र के लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत पाई। इसी प्रकार रविवार शाम करीब 4:45 बजे देवदार का एक छोटा पेड़ चंबी से करीब 2 किलोमीटर दूर देहा की तरफ सड़क पर गिर गया।

इस पेड़ के गिरने से चौपाल शिमला मार्ग बंद हो गया और सड़क के दोनों तरफ दो सो के करीब वाहनों की कतारें लग गई। सड़क के अवरुद्ध होने से एक तरफ तो सैकड़ों लोगों को परेशानी उठानी पड़ी और दूसरी तरफ एक एंबुलेंस वाहन भी सड़क बंद होने से फंस गया। हैरानी की बात है कि शाम के समय सड़क के बंद होने के बाद भी लोक निर्माण विभाग द्वारा इस मार्ग को खोलने के लिए डेढ़ घंटा तक कोई भी प्रयास नहीं किया गया।

इस बारे में जब लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधा गया तो वहां से बताया गया कि मार्ग को खोलने के लिए पंद्रह किलोमीटर दूर झीना से एक जेसीबी मशीन भेजी जा रही है परंतु जब डेढ़ घंटा इंतजार करने के बाद भी मौके पर ना तो लोक निर्माण विभाग की मशीन पहुंची और ना ही कोई कर्मचारी इस मार्ग को खोलने के लिए पहुंचे तो सड़क में फंसे लोगों ने इसकी सूचना पुलिस थाना देहा को दी।

इसके बाद देहा थाना से एएसआई रोशन लाल एवं फॉरेस्ट गार्ड गीता राम लेबर और कट्टर लेकर मौके पर पहुंचे जिसके बाद यह मार्ग बहाल हो पाया। हैरानी की बात है कि सेब सीजन के दौरान पेड़ गिरने की वजह से बार-बार बंद हो रहे हैं इस मार्ग को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा कोई भी इंतजाम नहीं किया गया है जिसका खामियाजा बागवानों के साथ साथ आम जनता को भी भुगतना पड़ रहा है।

बता दें कि 2 साल पूर्व लोक निर्माण विभाग द्वारा इस मार्ग पर चंबी से देहा तक करीब 8 किलोमीटर सड़क के किनारे इसे चौड़ा करने के नाम पर खुदाई की गई थी। सूत्रों की माने तो यह खुदाई बिना फॉरेस्टक्लीयरेंस के अ वैज्ञानिक तरीके से की गई है।

इस खुदाई से सड़क के किनारे सैकड़ों पेड़ों की जड़ें खोखली हो चुकी है। अब बरसात होने पर इन चारों में पानी रिसने से देवदार के पेड़ों के सड़क सडक पर गिरने से मार्ग को अवरुद्ध हो ही रहा है साथ ही क्षेत्र की बिजली भी कई कई घंटे तक गुल हो रही है।

सूत्र तो यह भी बताते है कि इस सड़क को चौड़ा करने के नाम पर की गई लीपा पोती पर विभाग छः करोड़ रुपये से भी अधिक राशि खर्च कर चूका है । स्थानीय लोगों एवं बागवानी ने लोक निर्माण विभाग से गुहार लगाई है की देहा और चंबी के बीच बार- बार गिर रहे इन दरख़्तों को हटाने के लिए चंबी और देहा में जेसीबी मशीनें और कटर तैनात किए जाएं।

इस विषय में बात करने के लिए जब लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता चौपाल से बात करने के लिए लैंड लाइन पर सम्पर्क साधा तो वहां उपस्थित कर्मचारी ने बताया कि वह फील्ड में गए हैं। उनके मोबाइल पर सम्पर्क साधने पर उनका मोबाइल नॉट रिचेबल पाया गया।

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