नेरवा, नोविता सूद। हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सौजन्य से विकास खंड कार्यालय चौपाल में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा संचालित पेपर रिसाईकलिंग यूनिट का शुभारंभ खंड विकास अधिकारी तन्मय कंवर ने किया।
इस प्रकार का यूनिट चौपाल ब्लॉक में पहली बार खुला है। खंड विकास अधिकारी ने कहा कि इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी, आय बढ़ेगी, प्रदूषण कम होगा और पेड़ों को बचाया जा सकेगा।
महिलाओं ने लिफाफा, बैग, फाइल आदि बनाना सीखा है जिसके प्रशिक्षक नई दिल्ली से आए थे। इस यूनिट को चलाने में समूहों की महिलाएं रीना चौहान, कल्पना चौहान, रिंकू बिरसांटा, सुनीता शर्मा, मीनाक्षी शर्मा, राधा शर्मा, गीता शर्मा अपना योगदान दे रही हैं।
खंड विकास अधिकारी तन्मय कंवर ने कहा कि एक सुखी जीवनयापन के लिए किताबी ज्ञान के साथ व्यावहारिक ज्ञान भी अति आवश्यक है है जोकि हमारे कौशल में निखार लाता है और हमारे व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव में वृद्धि करता है।
व्यवहारिकता, अनुभव और कौशल विपरीत से विपरीत स्थिति में भी जीवनयापन में सहायता करता है। ऐसा नहीं है कि अशिक्षित महिलाओं में कौशल एवं हुनर कम है।
कृषि, कुटीर उद्योग, पारम्परिक व्यवसाय, पशुपालन, दुग्ध व्यवसाय जैसे कार्यों से महिलाओं को अपने इस हुनर को बाहर लाना है और देश की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनना है।
विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ शिक्षा के अभाव और आर्थिक पिछड़ेपन के और विकृत मानसिकता के कारण विभिन्न आडम्बरों एवं अन्धविश्वासों के चलते महिलाओं का शोषण किया जाता है। ऐसे स्थानों पर महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाना चाहिये एवं आत्मरक्षा के तरीके भी सिखाये जाने चाहिये।
उन्होंने कहा कि पुरूषों की भाँति महिलाएँ भी देश की समान नागरिक हैं और उन्हें भी स्वावलम्बी होना चाहिये ताकि समय आने पर वह व्यवसाय कर सकें और अपने परिवार को चलाने में मदद कर सकें।