रविवारी सप्तमी है बहुत फलदायी

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आज का हिन्दू पंचांग

दिनांक – 9 जनवरी 2022

दिन – रविवार

विक्रम संवत – 2078

शक संवत -1943

अयन – दक्षिणायन

ऋतु – शिशिर

मास – पौस

पक्ष – शुक्ल

तिथि – सप्तमी सुबह 11:10 तक तत्पश्चात अष्टमी

नक्षत्र – रेवती पूर्ण रात्रि तक

योग – परिघ सुबह 10:50 तक तत्पश्चात शिव

राहुकाल – शाम 04:52 से शाम 06:14 तक

सूर्योदय – 07:19

सूर्यास्त – 18:12

दिशाशूल – पश्चिम दिशा में

व्रत पर्व विवरण

गुरु गोविंद जयंती (ति॰ अ॰) रविवारी सप्तमी (सूर्योदय से दोपहर 11:10 तक)

विशेष

सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

घातक रोगों से मुक्ति पाने का उपाय

9 जनवरी रविवार को (सूर्योदय से दोपहर 11:10 तक) रविवारी सप्तमी है।

रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें। बड़ दादा के १०८ फेरे लें । सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ्य दें व भोग दिखाएँ, दान करें । तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ ये मंत्र बोलें :-

जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महा द्युतिम । तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर।

नोट : घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर हो सकती है।

मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि

सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।

इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है।

रविवार सप्तमी

रविवार सप्तमी के दिन जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता है।

रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे, तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं।

अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे। इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिये।

सूर्य भगवान पूजन विधि

१) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें।

२) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें।

सूर्य भगवान अर्घ्य मंत्र

1. ॐ मित्राय नमः।

2. ॐ रवये नमः।

3. ॐ सूर्याय नमः।

4. ॐ भानवे नमः।

5. ॐ खगाय नमः।

6. ॐ पूष्णे नमः।

7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।

8. ॐ मरीचये नमः।

9. ॐ आदित्याय नमः।

10. ॐ सवित्रे नमः।

11. ॐ अर्काय नमः।

12. ॐ भास्कराय नमः।

13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।

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