हमीरपुर। सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा है कि एक तरफ पूरे देश में सरकारी व गैर सरकारी विभागों में बायोमेट्रिक पद्धति से कर्मचारियों की हाजिरी लगाना कोरोना काल में बंद कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश के राशन डिपुओं में बायोमेट्रिक सिस्टम से राशन देकर सरकार लोगों की जान जोखिम में डाल रही है।
आज यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और ऐसे में एक संक्रमित व्यक्ति भी राशन डिपो पर आकर बायोमैट्रिक सिस्टम का इस्तेमाल करता है तो इससे बाकी लोगों की जिंदगी भी खतरे में पड़ जाएगी।
उन्होंने सरकार से सवाल किया कि क्या सरकारी डिपुओं में कोई ऐसी विशेष किस्म की बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई है , जिन पर कोरोना का वायरस नहीं टिकता या फिर सरकार महज अपने अड़ियल रवैये के चलते लोगों के स्वास्थ्य से खेल रही है।
उन्होंने कहा कि कई डिपो होल्डर और सोसाइटियों के सचिव भी कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या बार-बार सरकारी डिपो में बायोमेट्रिक सिस्टम को सेनीटाइज किया जा रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि लोग अब महंगाई के इस कठिन दौर में भी राशन डिपो पर जाकर बायोमैट्रिक सिस्टम से राशन लेने से कतराने लगे हैं। ऐसे में लोगों पर दो तरफा मार पड़ रही है।
एक तरफ करोना संक्रमण का राशन डिपो में बायोमेट्रिक सिस्टम से खतरा बढ़ता जा रहा है और दूसरी तरफ महंगाई के इस दौर में दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल होता जा रहा है।