शिमला। मुख्य सचिव आर डी धीमान ने आज यहां राज्य में विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के दौरान लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव भरत खेड़ा ने प्रदेश में निमार्णाधीन एनएचएआई की विभिन्न परियोजनाओं और लोक निर्माण विभाग-एनएच द्वारा किए जा रहे कार्यों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे एनएचएआई के सदस्य मनोज कुमार भी बैठक में उपस्थित रहे।
प्रदेश में एनएचएआई के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही फोरलेन हाईवे की पांच परियोजनाओं परवाणू-शिमला, शिमला-मटौर, मंडी-पठानकोट, पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ और कीरतपुर-मनाली के संबंध में बैठक में विस्तार से चर्चा की गई और संबंधित अधिकारियों को भूमि अधिग्रहण और वन मंजूरी से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को तेजी से निपटाने के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा, मुख्य सचिव ने भारी बारिश के कारण विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों को हुए नुकसान, इनकी मरम्मत और रखरखाव के मुद्दे पर अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की और एनएचएआई तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश दिए।
परवाणू-शिमला राजमार्ग पर भारी भूस्खलन पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्य सचिव ने एनएचएआई अधिकारियों को पहाड़ियों के संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाने तथा इस समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
एनएचएआई के सदस्य ने पहाड़ियों के संरक्षण कार्य को प्राथमिकता के आधार पर अगले मॉनसून से पहले पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने बारिश के मौसम में राष्ट्रीय राजमार्गों को हुए नुकसान की मरम्मत और रखरखाव के लिए आवश्यक धनराशि अतिशीघ्र जारी करने का भरोसा भी दिया। इस बैठक में विभिन्न जिलों के उपायुक्तों ने भी वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।