हमीरपुर/सुजानपुर। आखिरकार सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के अति दुर्गम व काले पानी के नाम से मशहूर नागलंबर क्षेत्र के निवासियों को सड़क सुविधा मिल ही गई।
सड़क निर्माण कार्य पूरा होने के बाद बुधवार को क्षेत्र की जनता की मांग पर विधायक राजेंद्र राणा ने ग्राम पंचायत चलोह में साढ़े 3 किलोमीटर लंबी धैल-नागलंबर सड़क का उद्घाटन कर जनता को समर्पित कर दिया। इससे पहले विधायक राजेंद्र राणा के अथक प्रयासों से ग्राम पंचायत रंगड़ के गांव सन्नू व दराटी भी सड़क सुविधा से जुड़ गए हैं।
वर्षों से क्षेत्र के लोग धैल-नागलंबर सड़क के बनने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में सड़क भंवर में ही फंसी रही। वर्ष 2012 में राजेंद्र राणा ने निर्दलीय विधायक बनने के बाद क्षेत्र की इस समस्या को भांपा और साकार रूप देना शुरू किया।
कई अड़चनें होने के बावजूद उन्होंने डी.सी. हैड से सड़क निर्माण के लिए 7 लाख रूपए मंजूर करवाए। उसके बाद इस सड़क को उन्होंने इस सड़क को विधायक प्राथमिकता में डलवाकर तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आशीर्वाद से नाबार्ड में 2.47 करोड़ रूपए स्वीकृत करवाए।
काले पानी के नाम से मशहूर नागलंबर से सड़क सुविधा के लिए पहले 3 से 4 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ता था। यहां के लोग सड़क न होने व जटिल भोगौलिक परिस्थितियों के चलते धीरे-धीरे दूसरी जगहों के लिए पलायन कर वहीं बस गए हैं तो इस क्षेत्र में लोग अपने बच्चों की शादियां करवाने से भी कतराते थे, लेकिन जब से सड़क निर्माण शुरू हुआ तो लोग दोबारा अपनी जड़ (नागलंबर) से जुड़ने लगे हैं।
वहीं, सड़क सुविधा मिलने से क्षेत्र के लोगों व पंचायत प्रतिनिधियों ने खुशी जाहिर की है। गांववासियों जीत कुमार, कृष्णलाल, श्रीदेव, मिलाप चंद, सीमा देवी, कुमार चंद, प्रधान सिंह व अजय कुमार इत्यादि ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व विधायक राजेंद्र राणा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब उनके गांव को काले पानी की संज्ञा से भी निजात मिल गई है।
इस मौके पर कई बजुर्ग भाबूक हुए और कहा कि यह चीज हमने कभी सपने में भी नहीं देखी थी। उन्होंने कहा कि अब तक कई विधायक उन्होंने चुने, लेकिन विधायक राजेंद्र राणा के सिवाय कोई भी जनप्रतिनिधि उनकी समस्या नहीं समझ पाया।
उन्होंने कहा कि अपनी मूल जड़ को छोड़कर विस्थापन का दंश उन्होंने झेला है, लेकिन विधायक राजेंद्र राणा के अथक प्रयासों से उन्हें सड़क सुविधा नसीब हुई है।