हमीरपुर। सर्व कल्याणकारी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा कोरोना महामारी के संक्रमण के इस दौर में सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में सेनेटीजेशन अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने और गरीब आदमी की मदद के लिए हाथ बंटाने पर उनकी पीठ थपथपाई है और इस अभियान को जारी रखने का आह्वान भी किया है।
राजेंद्र राणा नेे कहा है कि सेवा भाव ही संस्था का सर्वोच्च लक्ष्य है और इसी मूल मंत्र को सामने रखकर सर्व कल्याणकारी संस्था पिछले 20 सालों से समाज के कमजोर वर्गोंं, महिलाओं ,अबलाओं व जरूरतमंदों की सेवा को पूरी तरह समर्पित रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर से वैसेे तो समाज का हर तबका और पूरा दश प्रभावित हुआ है लेकिन समाज का गरीब तबके के लिए यह स्थिति कहर बनकर आई है।
इसलिए उन्होंने पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संस्था के पदाधिकारियों सदस्यों व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक आयोजित करके उनसे यह आह्वान किया था कि संकट की इस घड़ी में सर्वाधिक प्रभावित होने वाले समाज के गरीब तबके की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं और स्वयं को भी सुरक्षित रखते हुए ऐसी परिवारों की सहायता करें ताकि संकट की इस घड़ी में वे स्वयं को अकेला महसूस ना करें।
राजेंद्र राणा ने कहा कि उनके इस आह्वान पर संस्था के स्वयंसेवकों ने इलाके में सैनिटाइजेशन अभियान तो शुरू किया ही है, साथ ही जरूरतमंदों की मदद के लिए भी स्वयंसेवी आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा सर्व कल्याणकारी संस्था का यह इतिहास रहा है कि उसने कभी भी पीड़ित मानवता की मदद से अपनेेेे हाथ पीछे नहीं खींचे।
राजेंद्र राणा ने कहा कि गत दिवस संस्था के स्वयंसेवकों द्वारा भगोल, भगोलू, चमारडी़, झगडी़याल गरोडु नरखिआं, बलोह, गरोडु मिहालें, ख्याह ब्रहाम्णा, ख्याह लोहाखरियां, भड्डू , रोपा, धनगोटा ब्रहाम्णा व सुजानपुर के सरकारी कार्यालयों मैं सैनिटाइजेशन करवाया व सुजानपुर के वार्ड नं 4 व 5 में 21 जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री वितरित की गई थी जबकि आज
चमियाणा, भटीण, त्रयाम्बली में सैनिटाइजेशन किया व बजरोल में 10 जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री वितरित की गयी। उन्होंने कहा यह अभियान जारी रहेगा।
उन्होंने अन्य समाजसेवी संस्थाओं से भी संकट की इस घड़ी में गरीब तबके की मदद के लिए खुलकर आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा इस कठिन दौर में गरीब लोगों को ईश्वर भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। इस तबके को भावनात्मक संबल की भी जरूरत है।