शिमला। हिमाचल प्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में बड़ी उम्मीदों के साथ 4 भाजपा सासंदों को जितवा कर देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा में भेजा, लेकिन आज हिमाचल वासियों की उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया जब केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक भी सासंद को तरजीह नहीं मिली।
प्रदेश कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने कहा कि पीएम मोदी के हिमाचलवासियों से किए वायदे जुमले साबित हुए। हिमाचल को अपना दूसरा घर कहने वाले मोदी ने मन्त्रिमण्डल में हिमाचल से एक भी मंत्री नहीं बनाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये सौतेला व्यवहार एक बार फिर हिमाचल की हितों की अनदेखी को दर्शाता है।
अवस्थी ने कहा कि कर्ज चुकाने के नाम पर वोट मांगने वाले पीएम ने हिमाचल का एक भी मंत्री न बनाकर प्रदेशवासियों को एक बार फिर ठगने का काम किया है।
प्रदेश की जनता एक ओर जहां चारों सीटों पर जीत दर्ज करवाकर पीएम मोदी की उम्मीदों पर खरी उतरी तो दूसरी ओर पीएम मोदी हिमाचल की जनता की उम्मीदों पर फिस्सडी साबित हुए हैं।
कांग्रेस कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष संजय अवस्थी ने नेता प्रतिपक्ष से सवाल करते हुए पूछा कि आपने चुनाव में जो प्रदेशवासियों को सपने दिखाए थे उस पर पीएम मोदी ने पानी फेर दिया है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में पूर्व केंद्रीय मंत्री को जगह न मिलना पीएम मोदी का हिमाचल विरोधी होने का प्रमाण साबित हो रहा है। प्रदेश की अनदेखी पर नेताप्रतिपक्ष जयराम ठाकुर क्या तर्क देकर पीएम मोदी का बचाव करेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश की जनता ने पीएम मोदी की बातों पर आकर चारों सीटें भाजपा के झोली में डाली है बावजूद उसके आज प्रदेश की जनता को घोर निराशा हाथ लगी है।
संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा पीएम मोदी के चुनावी भाषणों को याद करें कि क्या आज उनके भाषण जुमले साबित नहीं हुए। संजय अवस्थी ने कहा कि पहले भी केंद्र ने हिमाचल के हितों के साथ अनदेखी की और अब केंद्र में कोई मंत्री न बनने से हिमाचल के हित पूरी तरह से अनदेखे हो जाएंगे।
हिमाचल के केंद्रीय कैबिनेट में कोई मंत्री ने बनाने से हिमाचल की भाजपा को भी यह स्पष्ट संदेश चला गया है कि हिमाचल को लेकर पीएम मोदी बिल्कुल भी गम्भीर नहीं है । हिमाचल की भोली भाली जनता को लच्छेदार भाषण सुनाकर अपना हित साधने के काम किया है। अब प्रदेश भाजपा के नेता प्रदेश की जनता को क्या जवाब देंगे।
संजय अवस्थी ने कहा कि वैसे तो वैसाखियों के सहारे पर चलने वाली सरकार ज्यादा समय तक नहीं टिकने वाली है लेकिन जितने समय भी चले उसमें भी हिमाचल को नजरअंदाज किया गया है।