कर्मचारियों की पेन डाउन स्ट्राइक छठे दिन में प्रवेश, सरकार से राहत की आस

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नेरवा, नोविता सूद। सरकार की हठधर्मी की वजह से इन कर्मचारियों की पेन डाउन स्ट्राइक छठे दिन में प्रवेश कर गई है, जिसका खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है ।

पंचायती राज के कार्यों को संचालित करने वाले पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक,कनिष्ठ अभियंता और सहायक अभियंताओं के स्ट्राइक पर जाने से एक तरफ तो पंचायती राज द्वारा चलाये जा रहे विकास कार्य ठप्प हो कर रह गए हैं तो दूसरी तरफ आम आदमी के जन्म मृत्यु एवं विवाह पंजीकरण करवाने जैसे कार्य नहीं हो पा रहे हैं।

पंचायतों से प्राप्त होने वाले विभिन्न किस्म के प्रमाण पत्र ना मिल पाने की वजह से युवाओं को स्वरोजगार के अवसर से भी हाथ धोना पड़ रहा है ।

यह आरोप जिला परिषद् कर्मचारी-अधिकारी महासंघ की पेन डाउन स्ट्राइक के पक्ष में खुल कर सामने आये प्रधान परिषद् कुपवी ब्लॉक एवं उप प्रधान परिषद् चौपाल ने लगाए हैं।

इन संगठनों ने सरकार से मांग की है कि जिला परिषद् कर्मचारियों की स्ट्राइक से आम जनमानस को हो रही परेशानियों और उनकी जायज मांगों को मद्देनजर रखते हुए इस मामले में सुहानुभूति पूर्वक शीघ्र उचित कार्रवाई की जाए।

प्रधान परिषद् कुपवी के अध्यक्ष देवी राम शर्मा के नेतृत्व में संघ के सदस्यों ने कुपवी में पेन डाउन स्ट्राइक पर बैठे कर्मचारियों से मिल कर संवेदनाएं प्रकट कीं।

वहीँ उप प्रधान परिषद् चौपाल के चेयरमैन दिनेश घुंटा तथा प्रधान अमर चौहान एवं समस्त उप प्रधानों ने जिला परिषद् कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया है तथा सरकार से मांग की है कि इन कर्मचारियों की मांगों पर शीघ्र सुनवाई की जाए।

प्रधान परिषद् कुपवी खंड के अध्यक्ष देवी राम शर्मा, समस्त प्रधानों,उप प्रधानों एवं उप प्रधान परिषद् चौपाल खंड के चेयरमैन दिनेश घुंटा, प्रधान अमर चौहान तथा समस्त प्रधानों एवं उप प्रधानों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि वह प्रदेश के 72 विकास खण्डों में निरंतर सेवायें दे रहे जिला परिषद् के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ सरकार के सौतेले व्यवहार का विरोध करते है तथा सरकार से अनुरोध करते है कि इन कर्मचारियों और अधिकारीयों की मांगों को मान कर इनका विलय पंचायती राज अथवा ग्रामीण विकास विभाग में किया जाए।

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