नेरवा, नोविता सूद। गत दिनों हुई भारी बरसात की भेंट चढ़ी 215 पेयजल योजनाओं में से 157 योजनाओं को शुक्रवार देर शाम तक अस्थाई रूप से बहाल कर जलशक्ति विभाग ने लोगों को बहुत बड़ी राहत प्रदान की है। जलशक्ति विभाग तीन दिन से क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं को युद्धस्तर पर दुरुस्त करने में जुटा हुआ है।
जो योजनाएं अभी तक बहाल नहीं हो पाई हैं उन पर भी कार्य तेजी से जारी है। भारी बरसात के चलते अधिकाँश पेयजल योजनाओं के स्त्रोत और पाइप लाइनें बह गई हैं।
विभाग फिलहाल क्षतिग्रस्त लाइनों को अस्थाई रूप से ठीक कर पेयजल आपूर्ति बहाल कर रहा है। जबकि छह उठाऊ पेयजल योजनाओं को ठीक करने में अभी समय लग सकता है,क्योंकि इन योजनाओं के स्त्रोत में अत्यधिक बहाव होने के चलते अभी कार्य करना संभव नहीं है।
बता दें कि भारी बारिश के चलते अधिकाँश स्त्रोत और लाइने बह गई हैं। नगर पंचायत नेरवा की पेयजल आपूर्ति अस्थाई अस्थाई रूप से बहाल कर दी है। नेरवा शहर को आपूर्ति करने वाली लाइन सड़क के किनारे से होकर आई है। सड़क पर जगह जगह भूस्खलन होने से इस लाइन पर स्थाई रूप से कार्य नहीं हो सका है।
भूस्खलन का मलबा हटने के बाद नेरवा की पेयजल आपूर्ति स्थाई रूप से बहाल होने की उम्मीद है। नगर पंचायत चौपाल को आपूर्ति करने वाली थलन पेयजल योजना पर तीन दिन से कार्य चल रहा है एवं आशा की जा रही है कि शनिवार शाम तक चौपाल को भी पेयजल आपूर्ति बहाल हो जाएगी।
उपमंडल मुख्यालय कुपवी में कांडा बनाह सड़क के बंद होने की वजह से पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। मार्ग खुलने के बाद विभाग द्वारा शनिवार को पाइपें व आवश्यक सामग्री योजना पर भेजी जा रही हैं एवं शनिवार शाम तक कुपवी की पेयजल आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद है।
इसके अलावा कीरी व श्वाला को पेयजल आपूर्ति करने वाली उठाऊ पेयजल योजना की करीब अढ़ाई सौ मीटर पाइप लाइन बह गई है। शालवी नदी का जलस्तर कम होने पर दो तीन दिन में इस योजना में भी आपूर्ति सुचारु होने की उम्मीद है।
अधिशाषी अभियंता जलशक्ति मंडल नेरवा जितेंद्र गर्ग ने कहा कि फिलहाल सभी पेयजल योजनाओं को अस्थाई रूप से बहाल किया गया है। मौसम ठीक होने के बाद इन योजनाओं की स्थाई बहाली में दो तीन माह लग सकते हैं।
जहां पर स्त्रोत अथवा लाइन को ज्यादा क्षति हुई है,वहां पर भी वैक्लपिक व्यवस्था कर पेयजल मुहैय्या करवाया जा रहा है।