शिमला। प्रदेश सरकार ने युवाओं को हर साल एक लाख रोजगार देने के वादा किया था लेकिन यह सरकार तो आउटसोर्स पर रखें कर्मचारियों की भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है।
आउटसोर्स कर्मियों को नौकरी से निकालने पर प्रवक्ता राकेश शर्मा ने सुक्खू सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सुक्खू सरकार में अधिकारी कर्मचारियों का शोषण कर उनसे बर्तन मांजने का काम करवा रही है।
जब यह कर्मचारी अधिकारी के घर पर बर्तन मांजने से मना कर देते हैं तो उन्हें नौकरी से निकाला जाता है।
इतना ही नहीं जब ऑउट सोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने पर सीएम से सवाल तो पूछा जाता है तो उसे हल्के में लेकर यह कहकर टाल दिया जाता है कि आउटसोर्स कर्मचारी ठेकेदार के माध्यम से रखे जाते हैं इसलिए यह कोई ज्यादा बड़ा विवाद नहीं है।
उन्होंने कहा सचिव स्वास्थ्य ने सरकारी कर्मचारियों को आपने घर पर रख काम करवाया यह गलत है और उसके बाद उनको नौकरी से बर्खास्त कर दिया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
कर्मचारी न्याय के इंतजार में है पर मुख्यमंत्री उनको निकलने के पक्ष में दिखाई दे रहे है, कर्मचारी असमंजस की स्थिति में है।
उन्होंने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की गारंटियां झूठी गारंटी साबित हो रही हैं। सरकार ने सत्ता में आने के लिये 10 बड़ी गारंटियां देने का वादा किया था लेकिन सरकार अपने सात माह के कार्यकाल में एक भी गारंटी पूरी नहीं कर पाई है।
सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग को ठगा है। सरकार ने कर्मचारियों को ओपीएस देने के नाम पर ठगा है। इसके अलावा महिलाओं को 1500 देने के नाम पर भी ठगने का काम किया है।