शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने विश्वविद्यालय कुलपति पर आरोप लगाया है कि वह भाजपा के दबाव में काम कर रहे हैं।
उन्होंने एनएसयूआई के तीन छात्र नेताओं के विवि. से निष्कासन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कुलपति का यह निर्णय पूरी तरह अलोकतांत्रिक और पूर्वाग्रह से ग्रसित है और इसे कदापि सहन नही किया जा सकता।
राठौर ने कहा है कि एनएसयूआई के छात्र कुलपति के पास विवि पुस्तकालय व छात्रवास खोलने की मांग को लेकर शान्तिपूर्ण ढंग से मिलने गए थे, पर कुलपति ने उनकी इस मांग पर कोई तवज्जो न देकर अपना तानाशाही रवैया दिखाया है।
उन्होंने कहा कि छात्रहित में कुलपति को निष्कासन का फैसला तुंरत निरस्त करते हुए पुस्तकालय व छात्रवासों को खोलने के आदेश जारी करने चाहिए, जिससे विवि में शिक्षण सही ढंग से चला रहे।
राठौर ने कहा है कि अगर एनएसयूआई के इन छात्रों का निष्कासन जल्द रद्द न हुआ तो कांग्रेस चुप बैठने वाली नही। कांग्रेस को छात्रहितों के सरंक्षण के लिये किसी भी आंदोलन के लिये प्रेरित न करें।
उन्होंने कहा कि विवि को राजनीति का अखाड़ा नही बनाया जाना चाहिए, इसलिए कुलपति को विवि में छात्रहितों से जुड़े मसलों पर गम्भीरता से विचार करते हुए उन्हें हल करना चाहिए।