शिमला।
शुभ् विक्रम् संवत् – 2081 क्रोधी,
शालिवाहन् शक् संवत् – 1946 कालयुक्त,
कलि सम्वत- 5125,
मास- (अमावस्यांत) ज्येष्ठ माह,
पक्ष- शुक्ल पक्ष, (पूर्णिमांत) ज्येष्ठ माह,
तिथि- एकादशी अहोरात्र,
दिन- सोमवार, सूर्य प्रविष्टे 03 आषाढ़ गते,
नक्षत्र- चित्रा 13:49:30, पश्चात-स्वाति,
योग- परिघ 21:33:08,
करण- वाणिज 17:38:02, पश्चात-विष्टिभद्र,
सूर्य- मिथुन राशिगत,
चंद्र- तुला राशिगत,
ऋतु- ग्रीष्म, अयन – उत्तरायण,
सूर्योदय- 05:24:34,
सूर्यास्त- 19:19:47,
दिन काल- 13:55:13,
रात्री काल- 10:04:55,
चंद्रोदय- 15:01:40,
चंद्रास्त- 26:15:28*,
राहू काल- 07:09-08:53 अशुभ,
यम घंटा- 10:38-12:22 अशुभ,
अभिजित- 11:54-12:50 शुभ,
प्रदोष- 19:20-21:21 तक,
दिक-शूल- पूर्व, पूर्वोत्तर दिशा अशुभ,
दिशा शूल शुभ हेतु :- आज सोमवार के दिन दर्पण देख कर घर से बाहर जायें, शुभ रहेगा।
विशेष :- आज एकादशी तिथि के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिये। चावल और साबूदाना खाना निषिद्ध है। धन एवं शरीर की हानि होती है।
(ब्रह्मवैवर्त-पुराण : ब्रह्म-खण्ड),
दिन की शुभ चौघड़ियाँ :~
अमृत- 05:25-07:09,
शुभ- 08:53-10:38,
चर- 14:07-15:51,
लाभ- 15:51-17:35,
अमृत-17:35-19:20,
रात्री की शुभ चौघड़ियाँ :~
चर- 19:20-20:35,
लाभ- 23:07-24:22*,
शुभ- 25:38*-26:53*,
अमृत- 26:53*-28:09*,
चर- 28:09*-29:25*,
किस ‘होरा’ में कौन सा कार्य करना श्रेयस्कर होता है :~
1. सूर्य –
माणिक्य धारण करना, सरकारी नौकरी हेतु आवेदन या पदभार ग्रहण, समस्त सरकारी कार्य, चुनाव व राजनीति संबंधी कार्य करें।
2. चंद्र –
मोती धारण करना, यह होरा समस्त कार्यों के लिए शुभ होती है।
3. मंगल –
मूंगा व लहसुनिया धारण करना, कर्ज देना, न्यायालय, पुलिस, सेना आदि से संबंधित कार्य, प्रशासनिक कार्य, मकान खरीदना चाहिये।
4. बुध –
पन्ना धारण करना, व्यापार संबंधी कार्य, लेखा संबंधी कार्य, बैंक संबंधी कार्य, विद्यारम्भ, शिक्षा संबंधी कार्य करें।
5. गुरु –
पुखराज धारण करना, उच्च अधिकारियों से भेंट, विवाह संबंधी कार्य, वस्त्र खरीदना इत्यादि करें।
6. शुक्र – हीरा धारण करना, आभूषण क्रय करना चहिये, सोने-चांदी का व्यापार, ललित कला संबंधी कार्य, नवीन वस्त्र धारण करना व अन्य वैभव विलासिता संबंधी कार्य करें।
7. शनि –
नीलम व गोमेद धारण करना, गृहारम्भ करना, कारखानें स्थापित करना, लोहा-मशीनरी संबंधी कार्य, वाहन क्रय करना, न्यायालय संबंधी कार्य, कृषि कार्य, तेल संबंधी कार्य करें।
दिन का होरा चक्र
चन्द्र- 05:25 – 06:34,
शनि- 06:34 – 07:44,
बृहस्पति- 07:44 – 08:53,
मंगल- 08:53 – 10:03,
सूर्य- 10:03 – 11:13,
शुक्र- 11:13 – 12:22,
बुध- 12:22 – 13:32,
चन्द्र- 13:32 – 14:41,
शनि- 14:41 – 15:51,
बृहस्पति- 15:51 – 17:01,
मंगल- 17:01 – 18:10,
सूर्य- 18:10 – 19:20,
रात्री का होरा चक्र
शुक्र- 19:20 – 20:10,
बुध- 20:10 – 21:01,
चन्द्र- 21:01 – 21:51,
शनि- 21:51 – 22:41,
बृहस्पति- 22:41 – 23:32,
मंगल- 23:32 – 24:22*,
सूर्य- 24:22* – 25:13*,
शुक्र- 25:13* – 26:03*,
बुध- 26:03* – 26:53*,
चन्द्र- 26:53* – 27:44*,
शनि- 27:44* – 28:34*,
बृहस्पति- 28:34* – 29:25*,
(पञ्चाङ्ग-इंद्रप्रस्थ-“दिल्ली”-समयानुसार),