नेरवा, नोविता सूद। नेरवा में उस समय एक बड़ा हादसा टल गया जब पहाड़ी से गिरकर एक पेड़ नेरवा-शिमला मुख्य मार्ग पर आ गिरा।
प्रत्यक्षदर्शी नीलम के अनुसार जिस समय वह नेरवा सब्जी मंडी से बाजार की तरफ आ रहा था, उस समय रेस्ट हाउस के समीप एक पेड़ पहाड़ी से गिरकर सड़क पर आ गिरा।
पेड़ की चपेट में आकर एक कार संख्या एचपी 10- 0670 पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि समीप खड़ी एक अन्य ब्रेज़ा कार संख्या एचपी 08-6600 SEE का शीशा पत्थर लगने से टूट गया तथा एक अन्य पिकअप को भी भारी नुक्सान हुआ है।
जिस समय यह हादसा पेश आया उस समय सड़क से कई पैदल राहगीर गुजर रहे थे। पेड़ गिरने से पहले बंदरों के जोर जोर से चीखने के कारण राहगीर चौकन्ने हो गए तथा उन्होंने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई।
अगर समय रहते लोगों को पता न चलता तो बड़ा हादसा हो सकता था । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पेड़ गिरने के बाद भी काफी समय तक पहाड़ी से पत्थर गिरते रहे जिस कारण सड़क पर पैदल और वाहनों की आवाजाही थमी रही।
यदि यह घटना चार बजे के आस पास पेश आता तो कोई और भी बड़ा नुक्सान हो सकता था, क्योंकि इस समय के दौरान नेरवा के आधा दर्जन स्कूलों में छुट्टी होती है तथा सैंकड़ों स्कूली छात्र इसी सड़क से अपने घरों को पैदल जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले चार सालों में इसी स्थान पर कई बार भूस्खलन एवं बाढ़ आ चुकी है, जिससे दर्जनों वाहनों के क्षतिग्रस्त होने के साथ साथ नेरवा बस स्टैंड एवं सड़क के नीचे निजी घरों को लाखों रुपये की हानि हो चुकी है।
हैरानी इस बात की है कि इस जगह इतना अधिक नुक्सान होने एवं हर समय वाहनों से तथा पैदल गुजरने वाले लोगों को जान का ख़तरा होने के बावजूद भी सुरक्षा के लिए कोई इंतज़ाम नहीं किये गए हैं।