मुख्यमंत्री ने सिराज विधानसभा क्षेत्र के बालीचौकी के लिए रखी 14.36 करोड़ की विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला

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शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला से वर्चुअल माध्यम से मण्डी जिला की सिराज विधानसभा क्षेत्र के बालाचौकी के लिए 14.36 करोड़ रुपये की लागत की विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला रखी।

मुख्यमंत्री ने खोलानाला खड्ड पर 1.67 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 25 मीटर स्पेन पुल, 1.56 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खोलानल के अतिरिक्त भवन, 1.55 करोड़ रुपये की लागत से पंजाई में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के भवन, 2.74 करोड़ रुपये की लागत से सोम नाचनी में बनने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के भवन का शिलान्यास किया।

उन्होंने 1.46 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शारटी के विज्ञान प्रयोगशाला भवन और 78 लाख रुपये की लागत से बनने वाले आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी शिलान्यास किया।

जय राम ठाकुर ने 30 लाख रुपये की लागत से बालीचैकी तहसील की ग्राम पंचायत मनी की जल आपूर्ति परियोजना शेगली के पुननिर्माण, 20 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत भनवास में जल आपूर्ति परियोजना सेेरी के पुननिर्माण और विस्तार, 79 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत सोम्गद में जल आपूर्ति परियोजना सोम्गद के पहले और दूसरे चरण के पुननिर्माण और विस्तार का भी शिलान्यास किया।

शिमला से सिराज विधानसभा क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण व व्यक्तिगत रूप से बालीचौकी नहीं आ सके परन्तु वह प्रदेश व सिराज के क्षेत्र का निर्बाद्ध रूप से विकास सुनिश्चित कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सिराज विधानसभा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है और यह सब राज्य के लोगों के सहयोग से संभव हो पाया है। सिराज विधानसभा क्षेत्र विकास के मामले में आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनने की ओर अग्रसर है।

उन्होंने कहा कि आज जिन परियोजनाओं की आधारशिलाएं रखी गई हैं उन्हें समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इन परियोजनाओं पर शीघ्र कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।

जय राम ठाकुर ने कहा कि इन सभी परियोजनाओं की निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी हैं और एक वर्ष के भीतर इनका कार्य पूरा हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि थाची महाविद्यालय के लिए वन प्राधिकरण ने वन सम्बन्धी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है और अब केवल उच्च न्यायालय से स्वीकृति लेने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि जैसे ही स्वीकृति प्राप्त होगी, इस भव्य भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विभिन्न विकासात्मक परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं और जल्द ही इनका कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों से राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर कोविड के संक्रमण को फैलने के दृष्टिगत जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया।

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