सदन से किया वाकआउट
शिमला। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंडी के भाजपा सांसद रामस्वरूप की मौत से जुड़े मामले को लेकर अभी तक किसी भी तरह की कार्यवाही नही होने, इससे जुड़े तथ्य सार्वजनिक नहीं किये जाने, मौत के कारणों और फोरेंसिक रिपोर्ट नहीं मिलने के मुद्दे पर सदन में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा किया।
विपक्ष के इस हंगामे के बीच मे नियम 67 के तहत चर्चा करवाने की मांग को लेकर सत्ता पक्ष ने एतराज जताया।
विधानसभा अध्यक्ष ने ऐसी किसी भी चर्चा के लिए अलग से नोटिस देने की व्यवस्था बताई। स्पीकर ने कहा कि इस पर पहले भी चर्चा हो चुकी है और सदन दिवंगत सांसद श्रधांजलि भी दे चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस घटना से जुड़े तथ्यों पर विस्तृत जानकारी सदन में पेश की है। ऐसे में इस पर ज्यादा बहस की गुंजाइश नहीं है।
सीएम ने कहा कि इस पर दिल्ली में एफआईआर दर्ज की गई है और वहां मामले की जांच चल रही है। इसलिए फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सांसद रामस्वरूप के परिवार के लोगों से खुलकर बात की गयी थी, लेकिन जब उनसे बात हुई तब परिजनों ने कोई भी शंका नही जताई थी, लेकिन अब अगर परिवार कुछ और जांच या कुछ और इस विषय पर कहना चाहता है तो सरकार परिवार की मांग के हिसाब से फैसला लेने के लिए तैयार है।
उन्होंने सरकार की तरफ से इस मसले पर आपत्ति का जबाव देते हुए फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार करने की अपील की।
विपक्ष सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर नारेबाजी करता रहा ।
इसी मांग को लेकर विपक्षी नर बेल में आकर भी नारेबाजी की।