शिमला। मुख्य संसदीय सचिव सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग संजय अवस्थी ने कहा कि मेले आपसी भाईचारे की धरोहर हैं इसलिए इन्हे संजोये रखना हमारा कर्तव्य है।
संजय अवस्थी नारकण्डा में आयोजित तीन दिवसीय बिशु मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मेलों से आपसी भाईचारा बढ़ता है। उन्होंने कहा कि इस मेले में भी कई तरह के आयोजन किये गए जिसमें ठोडा नृत्य मुख्य रूप से शामिल रहा। इस दौरान स्थानीय बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। उन्होंने मेला समिति को सफल आयोजन के लिए बधाई दी और सभी के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
उन्होंने मेला समिति को 25 हजार रुपए और स्कूली बच्चों को 2100 रूपए, ठोडा नृत्य दल सिरमौर को 5000 रूपए तथा ठोडा नृत्य दल मल्याणा को 5000 रुपए देने की घोषणा की।
संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा दी गई गारंटियों को धरातल पर उतारा जायेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ देने के लिए धन्यवाद किया।
इसके अतिरिक्त, प्रदेश की लगभग 231000 महिलाओं को भी जल्द 1500 रुपए प्रतिमाह दिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि हिम गंगा योजना के तहत 80 रुपए प्रति किलो के हिसाब से गाय का दूध प्रदेश के किसानों से लिया जाएगा जिससे उनकी आर्थिकी सुदृढ़ होगी।
मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि प्रदेश में बच्चों को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है तथा इसी के दृष्टिगत प्रदेश में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, प्रदेश के जरूरतमंद होनहार बच्चों, जिनकी परिवार की आय सालाना 4 लाख रुपए से कम है, को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख तक का ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि वह उच्च शिक्षा हासिल हर अपने सपने पूरे कर सकें।
उन्होंने आगामी सेब सीजन को लेकर अधिकारियों को अपनी तैयारी पूर्ण करने के निर्देश दिए।
विधायक ठियोग कुलदीप सिंह राठौर ने भी इस अवसर पर अपने विचार सबके साथ साँझा किए और मेला समिति को सफल आयोजन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन होना समाज के लिए बहुत जरुरी हैं क्योंकि इनसे आपसी भाईचारा और मेल मिलाप बढ़ता है।
उन्होंने कहा कि सरकार का ध्येय है की इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाये और इसी दृष्टि से यहाँ विकास सुनिश्चित किया जायेगा ताकि लोगों की आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने मेला समिति को अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार रूपए देने की घोषणा की।