मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए ओलावृष्टि के पूर्वानुमान ने बढ़ाई बागवानों की चिंता

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नेरवा, नोविता सूद। मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए ओलावृष्टि के पूर्वानुमान ने बागवानों की चिंता बढ़ा दी है। ऊंचाई वाले सेब उत्पादक क्षेत्रों में इन दिनों फ्लावरिंग अंतिम चरण में है जबकि मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फलों की सेटिंग हो गई है। बारिश और ओलावृष्टि से तापमान गिरने पर फसल को भारी नुकसान का अंदेशा है।

ओलावृष्टि होने से मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां फ़लों की सेटिंग हो गई है और एंटी हेलनेट नहीं लगे हैं, वहां फल गिरने का खतरा है।

7500 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फूल झड़ने से फसल प्रभावित होने की आशंका है। तापमान में गिरावट से फसल पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी किए पूर्वानुमान में 30 अप्रैल तक मौसम खराब रहने का अंदेशा जताया गया है।

मौसम की बेरुखी से अप्रैल में भी ऊँचाई वाले क्षेत्रों में एक बार पुनः कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। बीते कुछ दिनों से लगभग हर रोज़ झमाझम मेघ बरस रहे हैं, जिसके चलते समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है। लोग गर्म कपड़े पहनने को मजबूर हो गए हैं।

मौसम विभाग की चेतावनी के बीच शनिवार दोपहर बाद अचानक मौसम ने करवट बदली। देखते ही देखते दोपहर को ही अंधेरा छा गया। चौपाल उपमंडल के अधिकतर क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई।

बारिश होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। तापमान में गिरावट आने से क्षेत्र में एक बार पुनः सर्दी का प्रकोप भी बढ़ गया है और लोग गर्म कपड़े पहनने को मजबूर हो गए हैं।

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