राष्ट्रीस प्रेस दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित
इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जे सी शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रेस एक महत्वपूर्ण स्तम्भ की भूमिका निभा रहा है।
मीडिया को अपने क्षमता निर्माण में वृद्धि की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था के संचालन में कुशलतापूर्वकयोगदान दे सके।
इसके अतिरिक्त, मीडिया को समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए जनता को तथ्यों पर आधारित सही जानकारी उपलब्ध करवानी चाहिए ताकि वे असामाजिक तत्वों के झूठे प्रचार का शिकार होने से बच सकें।
उन्होंने कहा कि समाज में सूचना के अधिकार की बहुत महत्पूर्ण और रचनात्मक भूमिका है लेकिन कई बार कुछ लोग अपने निजी स्वार्थों के लिए इसका दुरूपयोग करते हैं। इसलिए आवश्यक है कि आरटीआई के माध्यम से एकत्र की गई जानकारी पर आधारित रिर्पोटिंग करने से पहले इससे सम्बन्धित नकारात्मक और सकारात्मक पहलुओं पर गौर करे ताकि समाज को किसी प्रकार की क्षति न हो।
उन्होंने कोविड महामारी के दौरान प्रदेश सरकार को दिए गए सहयोग के लिए मीडिया का आभार व्यक्त किया और कहा कि राज्य सरकार उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए सदैव संवेदनशील है।
व्यापक विस्तार और बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता के बावजूद समाज में मीडिया का प्रभाव कम हो रहा है और इसने एक व्यवसाय का रूप ले लिया है जिसके फलस्वरूप मीडिया आज आम आदमी की आवाज नहीं बन पा रहा है। उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मियों को बिना डर के सत्य पर आधारित तथ्यों पर समाचार लिखने व दिखाने का साहस करना चाहिए।
उन्हेें सही जानकारी प्राप्त करने के लिए समाज के सभी वर्गों के साथ निरंतर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह प्रेस का कर्तव्य है कि वह अपनी विश्वसनीयता को बनाए रखे और उन लोगों की आवाज बने जिनकी बात को कहीं सुना नहीं जा रहा। उन्होंने कहा कि मीडिया का भय और अधिक होना चाहिए ताकि भ्रष्टाचार में संलिप्त सम्पन्न और प्रभावशाली लोगों पर नियंत्रण पाया जा सके।
उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी में काफी बदलाव आया है, लेकिन इसके साथ-साथ मीडिया की विश्वसनीयता भी कम हुई है। ऐसे में यह अनिवार्य है कि समाचारों और विचारों को मिश्रित कर कोई वर्णात्मक कहानी बनाने के बजाय तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग की जाए।
उन्होंने इस बात पर भी चिंता जाहिर की कि आजकल खोजी पत्रकारिता का चलन लगभग समाप्त हो गया है। ऐसे में यह आवश्यक है कि मीडिया पारदर्शिता के साथ कार्य करते हुए निर्भय होकर रिपोर्टिंग करें। उन्होंने कहा कि हमें एक स्वतंत्र और भयमुक्त मीडिया की आवश्यकता है, जो समाज की सही तस्वीर सामने रख सके।
किसी भी मीडियाकर्मी को किसी भी प्रकार का भय नहीं होना चाहिए बल्कि उन्हें नैतिकता, जिम्मेदारी और ईमानदारी से समाज का मार्गदर्शन करने के लिए कार्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मीडिया सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और योजनाओं को अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने में सराहनीय योगदान दे रहा है।
इसके अलावा मीडिया आम आदमी की समस्याओं को भी उजागर कर रहा है, जिसके कारण सरकार को लोगों की समस्याओं के समाधान और उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करने में सहायता मिलती है।