हमीरपुर। धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में चल रही धांधलियों और अनियमितताओं के मुद्दे पर आज स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में एसजेवीएन दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया। स्थानीयों को नजरअंदाज कर बाहरी लोगों को रोजगार दिए जाने और जमीनों की खरीद में हुई धांधली को लेकर लोगों में रोष है। इसके चलते लोगों ने एसजेवीएन दफ्तर का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया अध्यक्ष एवं प्रवक्ता अभिषेक राणा ने कहा कि कांग्रेस लगातार इस मसले को उठाती रही है, लेकिन सरकार की ओर से कार्रवाई के बजाय लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया जा रहा है।
एसजेवीएन और सरकार दोनों के हाथ खड़े हैं, ऐसे में स्थानीयों के हकों के लिए हमने अदालत का रुख करने का फैसला लिया है।
अभिषेक ने कहा कि धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में स्थानीयों के साथ किए गए कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन हुआ है, लोग जमीनों की खरीद में धांधली के आरोप भी लगा रहे हैं। हमने कई बार प्रशासन को इस मसले से अवगत कराया लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
स्पष्ट है धौलासिद्ध प्रोजेक्ट की कंपनी, एसजेवीएन और सरकार सब आपस में मिले हुए हैं। जिन लोगों ने प्रोजेक्ट के लिए अपनी जमीन कम दाम पर दी, उन्ही लोगों के हितों को दरकिनार कर सरकार एक कंपनी को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है।
जनता को सरकार से कोई उम्मीद नहीं है और अब उनके पास अदालत का दरवाजा खटखटाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।
अभिषेक ने कहा कि एसजेवीएन और सरकार ने भले ही अपनी आंखें बंद कर ली हैं, लेकिन हम खामोश नहीं बैठेंगे। हमने एसजेवीएन और सरकार को एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया है।
यदि इस दौरान बाहरी लोगों को बाहर निकालकर स्थानीय युवाओं को कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक नौकरी नहीं दी जाती है तो अदालत में जनहित याचिका दायर की जाएगी। हम स्थानीय लोगों के अधिकारों के लिए लड़ेंगे और जिन युवाओं को रोजगार का आश्वासन दिया गया था, उन्हें इंसाफ दिलाकर रहेंगे।