नेरवा, नोविता सूद। नेरवा की कृतिका ने जहां उपमंडल चौपाल की पहली महिला ब्लैक बेलटर बनने का खिताब हासिल किया है, वही दिवेश कांटा पुत्र सरोज एवं नन्द लाल कांटा, गाँव धोताली, तहसील कुपवी ब्लैक बेल्ट हासिल करने वाले सबसे छोटे मार्शल आर्ट खिलाडी बन गए हैं।
दिवेश ने यह उपलब्धि मात्र दस वर्ष की आयु में हासिल कर ली है। उधर कृतिका खागटा की इस उपलब्धि पर नेरवा में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिस में कृतिका ने केक काट कर अपनी ख़ुशी समारोह में उपस्थित मेहमानों के साथ साझा की।
इस अवसर पर कृतिका के कोच ब्लैक बेल्ट डॉन के डी ज़िंटा एवं उसके परिजन विशेष रूप से उपस्थित रहे। कृतिका और दिवेश को छह मई को शिमला में आल इंडिया गोजु रियो एसोसिएशन के महासचिव शाहीन प्रताप पंवार की मौजूदगी में ब्लैक बेल्ट प्रदान की गई।
यह दोनों होनहार बीते पांच सालों से पंवार कराटे आर्ट अकादमी के प्रशिक्षक ब्लैक बेल्ट फर्स्ट डॉन के डी ज़िंटा से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
कृतिका खागटा नेरवा कॉलेज में बीकॉम द्वितीय वर्ष की छात्र है एवं दिवेश कांटा हिमाद्रि पब्लिक स्कूल नेरवा का दसवीं कक्षा का छात्र है।
के डी ज़िंटा ने बताया कि इन दोनों होनहारों द्वारा यह उपलब्धि दो साल पूर्व ही हासिल की जानी थी,परन्तु लॉक डाउन की वजह से वह उस समय इससे वंचित हो गए।
दोनों ही छात्र प्रतिदिन सुबह शाम चार घंटे तक कठिन परिश्रम कर पसीना बहा रहे हैं। बता दें कि शिहान प्रताप पंवार की कराटे अकादमी में प्रशिक्षक के डी ज़िंटा द्वारा कई राष्ट्रिय स्तर के कराटिस्ट तैयार किये जा रहे हैं, जिनमें कृतिका और दिवेश का नाम भी जुड़ गया है।
कृतिका नेरवा तहसील के गयां गाँव से सम्बन्ध रखती है एवं उसके पिता नन्द लाल भारतीय सेना में तैनात हैं तथा माता सरोज गृहणी है।